HP School News: हिमाचल में भारी बारिश व भूस्खलन से 600 से अधिक सड़कें अवरुद्ध, 4 जिलों में स्कूल बंद

आधिकारिक आदेश में शिमला शहर के कई स्कूलों ने छुट्टियों की घोषणा की है या ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं संचालित करने को कहा है।

हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण कई जिलों में शैक्षणिक संस्थान बंद किए गए। (प्रतीकात्मक-विकिमीडिया कॉमन्स)

Press Trust of India | August 6, 2025 | 03:36 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण बुधवार (6 अगस्त) को चार राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 617 सड़कें अवरुद्ध हो गईं और कई जिलों में शैक्षणिक संस्थान बंद करने पड़े। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार रात हुई बारिश के कारण किन्नौर कैलाश यात्रा मार्ग पर भारी तबाही हुई जिसके कारण किन्नौर कैलाश यात्रा स्थगित कर दी गई। राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी रही।

आईएमडी के अनुसार, कसौली में सबसे ज्यादा 145 मिमी बारिश दर्ज की गई। धर्मपुर, गोहर, मालरांव, बग्गी, नगरोटा सूरियां, नैना देवी, सुंदरनगर, कांगड़ा, बिलासपुर, धौला कुआं, मंडी, शिमला और धर्मशाला में भी 60 से 120 मिमी बारिश हुई।

हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन के कारण 617 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिनमें मंडी जिले की 377 और कुल्लू जिले की 90 सड़कें शामिल हैं। चंडीगढ़-मनाली, हिंदुस्तान-तिब्बत, मंडी-धर्मपुर और औट-सैंज राजमार्ग भी बंद हैं।

स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी हुए बंद

शिमला जिले के सुन्नी, कुमारसैन, चौपाल, डोडरा क्वार, जुब्बल, ठियोग और रामपुर उपमंडल, मंडी जिले के करसोग और सुंदरनगर, कुल्लू जिले के निरमंड और सोलन जिले के कुछ उपमंडलों में स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ियों सहित शैक्षणिक संस्थान बंद रहे।

शिमला शहर के कई स्कूलों ने छुट्टियों की घोषणा कर दी है या ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कराने के लिए कहा है। भारी बारिश के कारण किन्नौर कैलाश यात्रा मार्ग पर हुए भारी नुकसान के बाद किन्नौर जिला प्रशासन ने किन्नौर कैलाश यात्रा स्थगित कर दी है।

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नदियों में पानी का प्रवाह बढ़ने के कारण तंगलिप्पी और कांगरंग के पुल बह गए हैं। अधिकांश पैदल मार्ग या तो खतरनाक रूप से फिसलन भरे हो गए हैं या भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं, जिससे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।

आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि किन्नौर में खराब मौसम के कारण, किन्नौर कैलाश यात्रा अगली सूचना तक रोक दी गई है। रास्ते में फंसे तीर्थयात्रियों को मिलिंग खत्ता और गुफा में सुरक्षित रखा गया है और सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।

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