Delhi University: दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति ने अरुंधति रॉय की टिप्पणी को बताया ‘नफरती भाषण’ का सटीक उदाहरण
Press Trust of India | October 8, 2025 | 03:39 PM IST | 1 min read
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कुलपति योगेश सिंह ने कहा, “यह नफरत फैलाने वाले भाषण की शुद्ध परिभाषा है और अरुंधति रॉय और सभी बुद्धिजीवियों को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए।”
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के कुलपति योगेश सिंह ने लेखिका अरुंधति रॉय की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी ‘‘नफरत फैलाने वाले भाषण का सटीक उदाहरण’’ है। कुलपति ने विश्वविद्यालय के विधि संकाय में आयोजित ‘भारत में घृणास्पद भाषण और चुनावी राजनीति’ विषय पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
अरुंधति रॉय के एक पुराने वीडियो का हवाला देते हुए सिंह ने रॉय के शब्द दोहराए कि, ‘‘भारत देश, जिस क्षण वह एक संप्रभु राष्ट्र बना, जिस क्षण उसने उपनिवेशवाद की जंजीरों को तोड़ा, उसी पल वह स्वयं एक औपनिवेशिक राष्ट्र बन गया - और 1947 से अब तक उसने कश्मीर, मणिपुर, नगालैंड, तेलंगाना, पंजाब, गोवा और हैदराबाद में युद्ध छेड़े हैं। यदि आप गौर करें तो यह एक ऐसा राज्य प्रतीत होता है जो लगातार, और सैन्य रूप से, युद्ध की स्थिति में रहा है।”
कुलपति योगेश सिंह ने रॉय के हवाले से कहा, ‘‘अपने ही लोगों के खिलाफ सेना तैनात करना, पाकिस्तान ने अपने नागरिकों के खिलाफ उस तरह सेना नहीं उतारी, जैसी लोकतांत्रिक भारत ने की है। अगर आप देखें कि भारत ने किन-किन समुदायों से लड़ाई लड़ी, तो पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में वे आदिवासी थे; कश्मीर में मुसलमान; तेलंगाना में आदिवासी; हैदराबाद में मुसलमान; गोवा में ईसाई; और पंजाब में सिख। इस तरह आप देख सकते हैं कि यह तथाकथित ‘उच्च जाति हिंदू राष्ट्र’ लगातार अपने ही लोगों से युद्ध की स्थिति में रहा है।”
दिल्ली यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर योगेश सिंह ने इसे नफरत फैलाने वाला भाषण बताया। कुलपति ने कहा, “यह नफरत फैलाने वाले भाषण की शुद्ध परिभाषा है और अरुंधति रॉय और सभी बुद्धिजीवियों को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए।” वहीं, अरुंधति रॉय से डीयू कुलपति के बयान पर प्रतिक्रिया के लिए संपर्क नहीं हो सका है।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- एसएमवीडीआईएमई में हिंदुओं के लिए आरक्षण और मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरण करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
- IIM Indore Admission Guidelines 2026-28: आईआईएम इंदौर ने पीजीपी एडमिशन गाइडलाइंस जारी की, पात्रता मानदंड जानें
- IIT Bombay News: महाराष्ट्र सरकार आईआईटी बॉम्बे का नाम बदलने के लिए केंद्र को लिखेगी पत्र, सीएम ने दी जानकारी
- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज
- Nobel Prize in Physics 2025: जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को मिला भौतिकी का नोबेल प्राइज
- CAT 2025: कैट परीक्षा 30 नवंबर को 3 पाली में; 2 महीने में कैसे करें तैयारी? जानें एग्जाम पैटर्न, चयन प्रक्रिया