क्यूएस रैंकिंग 2025 में आईआईएम बेंगलुरु को 48वीं रैंक, आईआईएम अहमदाबाद को 53वीं रैंक, आईआईएम कलकत्ता को 59वीं रैंक और आईएसबी हैदराबाद को 78वीं रैंक मिली है।
ब्रिटिश काउंसिल के अनुसार, वाईएसएलपी को भारत के विशेषज्ञों के परामर्श से डिजाइन किया जाएगा और कोवेंट्री विश्वविद्यालय डिलीवरी पार्टनर के रूप में काम करेगा।
प्रोफेसर कुलभूषण बलूनी को वर्ष 2014 से 2018 तक आईआईएम कोझिकोड का निदेशक (प्रभारी) नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने अग्रणी उद्यमिता और अनुसंधान गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत में एक ओर जहां टेक्नोलॉजी क्षेत्र में एआई इंजीनियरों की मांग लगातार बढ़ रही है। वहीं, दूसरी ओर पिछले तीन वर्षों में सीएसई में छात्रों के नामांकन में करीब 38% की वृद्धि हुई है।
प्रोफेसर मनु संथानम ने कहा कि प्रो. रवीन्द्र गेट्टू आईआईटी मद्रास में निर्माण सामग्री समूह और अन्य भारतीय शोधकर्ताओं की आरआईएलईएम में भूमिका को प्रमुखता से लाने के लिए भी जिम्मेदार हैं। उनके कार्यकाल में भारत से सदस्यता प्राप्त शोधकर्ताओं की संख्या दुनिया में सबसे अधिक हो गई है।
बीसीआई की तरफ से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि जो छात्र अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि, एक साथ डिग्री की स्थिति, या रोजगार के बारे में खुलासा करने में विफल रहते हैं, उन्हें शैक्षणिक और कानूनी परिणामों का सामना करना पड़ेगा, जिसमें उनकी मार्कशीट और डिग्री को रोकना भी शामिल है।