संस्थान के निदेशक ने बताया कि आईएसएसजी तकनीक से फोटोथर्मल पदार्थ सूर्य के प्रकाश से गर्म हो जाते हैं और खारे पानी को वाष्पित कर देते हैं, जिससे लवण और प्रदूषक तत्व अलग हो जाते हैं।
योग्य उम्मीदवारों को परीक्षा के अंकों के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। संस्थान से उत्तीर्ण उम्मीदवारों को परीक्षा से छूट मिल सकती है।
परीक्षा सोमवार को सुबह साढ़े नौ बजे शुरू होने वाली थी, लेकिन ‘गलत सूचना’ के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
शिक्षा मंत्री प्रधान ने 2025 के लिए नए यूजीसी नियमों का मसौदा जारी किया। ये नियम विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति, पदोन्नति और उच्च शिक्षा के मानकों से संबंधित हैं।
आईएनएई के दिल्ली चैप्टर के मानद सचिव और आईआईटी दिल्ली में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर डॉ. वसंत मतसागर ने सेमिनार का संचालन किया।