Saurabh Pandey | August 18, 2025 | 02:41 PM IST | 2 mins read
आईआईएम कलकत्ता का यह कार्यक्रम कहानी कहने के महत्व को समझने और पेशेवर परिदृश्यों में इसके प्रभावी उपयोग के बीच की खाई को कम करता है। यह नैरेटिव थ्योरी को प्रैक्टिकल कम्युनिकेशन के साथ जोड़ता है ताकि लीडर्स को श्रोता-प्रधान, परिणाम-उन्मुख संदेश तैयार करने में मदद मिल सके।
नई दिल्ली : भारतीय प्रबंधन संस्थान कलकत्ता (आईआईएम कलकत्ता) ने एमेरिटस के सहयोग से "मास्टरिंग स्टोरीटेलिंग फॉर लीडरशिप कम्युनिकेशन एंड इन्फ्लुएंस" नाम से एक 20-सप्ताह का ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किया है। यह कार्यक्रम लीर्डस को कार्यकारी उपस्थिति बनाने, कम्युनिकेशन को मजबूत करने और व्यावसायिक एवं सार्वजनिक संदर्भों में प्रभाव डालने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है।
आईआईएम कलकत्ता की तरफ से मास्टरिंग स्टोरीटेलिंग फॉर लीडरशिप कम्युनिकेशन एंड इन्फ्लुएंस प्रोग्राम 30 सितंबर, 2025 से शुरू होगा। इस कार्यक्रम की अवधि 20 सप्ताह होगी। इस कार्यक्रम शुल्क 1,50,000 + जीएसटी होगा। कार्यक्रम का मोड ऑनलाइन होगा।
आईआईएम कलकत्ता का यह कार्यक्रम कहानी कहने के महत्व को समझने और पेशेवर परिदृश्यों में इसके प्रभावी उपयोग के बीच की खाई को कम करता है। यह नैरेटिव थ्योरी को प्रैक्टिकल कम्युनिकेशन के साथ जोड़ता है ताकि लीडर्स को श्रोता-प्रधान, परिणाम-उन्मुख संदेश तैयार करने में मदद मिल सके।
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यह कार्यक्रम वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए तैयार किया गया है, जिसमें आईआईएम कलकत्ता संकाय द्वारा पूर्व-रिकॉर्ड किए गए लेक्चर, एक लाइव संकाय सत्र और चार विशेषज्ञ-निर्देशित मास्टर क्लास शामिल हैं।
प्रतिभागी केस-आधारित शिक्षण, ग्रुप डिस्कशन और वास्तविक दुनिया की रणनीतिक कहानी कहने की चुनौतियों पर केंद्रित एक संकाय-निर्देशित कैपस्टोन परियोजना में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में नाइकी, डाबर और नेटफ्लिक्स जैसे विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ब्रांडों के व्यावहारिक उपयोग के मामलों और केस स्टडीज के साथ-साथ सुपर बाउल स्टोरीटेलिंग और मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स जैसे उदाहरणों को शामिल किया गया है ताकि स्टोरी-आधारित ब्रांड जुड़ाव, अभियान स्टोरीटेलिंग और बड़े पैमाने पर दर्शकों से जुड़ाव को दर्शाया जा सके।