पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, "हम इस मुद्दे पर पूरी तरह से छात्रों के साथ हैं। बिहार सरकार को परीक्षा रद्द करने का आदेश देना होगा।"
Santosh Kumar | December 22, 2024 | 05:32 PM IST
बिहार: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा हाल ही में विवादास्पद परिस्थितियों में आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं को रद्द करने की मांग का समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने सत्याग्रह में अनशन पर बैठे अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य को लेकर सीएम नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव शनिवार (21 दिसंबर) की रात पटना पहुंचे और गर्दनीबाग इलाके का दौरा किया। यहां बड़ी संख्या में अभ्यर्थी ठंड के बावजूद 13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने छात्रों से बातचीत की और कहा, "हम इस मुद्दे पर पूरी तरह से छात्रों के साथ हैं। बिहार सरकार को परीक्षा रद्द करने का आदेश देना होगा।" उन्होंने छात्रों से कहा, "आप जो भी कदम उठाएंगे, तेजस्वी 4 कदम आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।"
22 दिसंबर को तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की तबीयत बिगड़ रही है और अगर उन्हें कुछ हुआ तो इसके लिए सरकार और बीपीएससी अध्यक्ष जिम्मेदार होंगे।
पत्र में कहा गया है कि सर्वे में खामियों के कारण 90 हजार अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर पाए, उन्हें मौका दिया जाए। हमारी मांग है कि बीपीएससी पीटी पुनर्परीक्षा एक दिन, एक पाली, एक पेपर और बिना पेपर लीक के आयोजित की जाए।
बता दें कि पटना के बापू परीक्षा परिषद केंद्र पर पेपर मिलने में देरी के कारण बीपीएससी ने परीक्षा रद्द कर दी थी। इसके बाद से ही अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि सभी केंद्रों पर बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द की जाए।
एक अभ्यर्थी ने कहा कि अगर बापू परीक्षा केंद्र पर ही दोबारा परीक्षा ली जाएगी, तो वहां के छात्रों को पैटर्न का लाभ मिलेगा, जो अन्य छात्रों के साथ नाइंसाफी होगी। बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा 4 जनवरी 2025 को बापू केंद्र पर फिर से होगी।