आप प्रमुख ने कहा कि इस योजना के तहत दिल्ली का कोई भी दलित छात्र विदेश में पढ़ाई कर सकेगा। इसका पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी।
Press Trust of India | December 22, 2024 | 12:41 PM IST
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शहर के दलित छात्रों के लिए विदेश में मुफ्त पढ़ाई के लिए अंबेडकर छात्रवृत्ति की घोषणा की है। केजरीवाल ने इसे डॉ अंबेडकर के सम्मान में उठाया गया कदम बताया। वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए 2019 में घोषित एक पुरानी योजना को फिर से लागू किया है।
केजरीवाल ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में डॉ. अंबेडकर का अपमान किया। उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने कहा था कि शिक्षा ही प्रगति का मार्ग है और उन्होंने तमाम बाधाओं के बावजूद अमेरिका से पीएचडी की डिग्री हासिल की।
आप प्रमुख ने कहा कि इस योजना के तहत दिल्ली का कोई भी दलित छात्र विदेश में पढ़ाई कर सकेगा। अगर उसे किसी विदेशी यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलता है तो उसकी पढ़ाई, यात्रा और रहने का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के बच्चे भी इस योजना के लिए पात्र होंगे। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि छात्रवृत्ति कब और कैसे दी जाएगी। इस पर भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने प्रतिक्रिया दी है।
सिरसा ने सोशल मीडिया पर कहा कि यह योजना 2019 में शुरू की गई थी, जिसमें केजरीवाल ने हर साल 100 दलित छात्रों को विदेश भेजने का वादा किया था। भाजपा नेता हरीश खुराना ने भी आप की आलोचना की है।
खुराना ने कहा कि एससी छात्रों के लिए यह योजना 2020 से चल रही है, लेकिन दिल्ली सरकार 2023-24 तक केवल 5 छात्रों को ही 25 लाख रुपये दे पाई है। खुराना ने अंबेडकर के प्रति 'नकली सम्मान' दिखाने के लिए केजरीवाल की आलोचना की।