AIIMS Delhi Convocation 2025: एम्स दिल्ली के 50वें दीक्षांत समारोह में 326 स्नातकों को प्रदान की गई डिग्रियां

Abhay Pratap Singh | October 26, 2025 | 11:19 AM IST | 2 mins read

एम्स नई दिल्ली के 50वें दीक्षांत समारोह में उत्कृष्ट योगदान और समर्पित सेवा के लिए 7 डॉक्टरों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने एम्स दिल्ली दीक्षांत समारोह 2025 को संबोधित किया। (स्त्रोत-पीआईबी)

नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली (AIIMS New Delhi) के 50वें दीक्षांत समारोह में 326 स्नातकों को डिग्रियां प्रदान की गई। जिनमें 50 पीएचडी स्कॉलर, 95 डीएम/ एमसीएच विशेषज्ञ, 69 एमडी, 15 एमएस, 4 एमडीएस, 45 एमएससी, 30 एमएससी (नर्सिंग) और 18 एम. बायोटेक स्नातक शामिल थे।

दीक्षांत समारोह में उत्कृष्ट योगदान और समर्पित सेवा के लिए 7 डॉक्टरों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। एम्स दिल्ली के 50वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने अपने संबोधन में स्नातक छात्रों को बधाई दी।

जेपी नड्डा ने कहा कि, “चिकित्सा विज्ञान, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में राजधानी दिल्‍ली स्थित एम्स ने न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर अपना स्थान बनाया है।”

नड्डा ने युवा डॉक्टरों से सहानुभूति के साथ सेवा करने, नैतिकता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने और देश की स्वास्थ्य सेवा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नवाचार का उपयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने भारत में चिकित्सा विज्ञान, शिक्षा और रोगी देखभाल को आगे बढ़ाने में एम्स के अद्वितीय योगदान की सराहना की।

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उन्होंने बताया, पिछले 11 वर्षों में देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 819 हो गई है। स्नातक मेडिकल सीटों की संख्या 51,000 से बढ़कर 1,29,000 और स्नातकोत्तर सीटों की संख्या 31,000 से 78,000 हो गई हैं। अगले 5 वर्षों में दोनों स्तर पर 75,000 अतिरिक्त सीटें जुड़ने की उम्मीद है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया, भारत ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, जहां नमूना पंजीकरण प्रणाली (SRS) के आंकड़ों के अनुसार, मातृ मृत्यु दर (MMR) 130 से घटकर 88 और शिशु मृत्यु दर (IMR) 39 से घटकर 27 हो गई है।

आगे कहा कि 5 वर्ष से कम आयु के बच्‍चों की मृत्यु दर (UMR) और राष्‍ट्रीय मृत्‍यु दर (NMR) में भी क्रमशः 42 प्रतिशत और 39 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी देखी गई है, जो वैश्विक औसत से अधिक है।

इस अवसर पर, नीति आयोग के सदस्य प्रो वीके पॉल ने कहा, जिस समुदाय ने हमें पोषित किया है, उसे कुछ वापस देना हमारी एक गहन सामाजिक ज़िम्मेदारी है। जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, उत्कृष्टता को अपना दैनिक अभ्यास और नवाचार को अपना मार्गदर्शक सिद्धांत बनाएं।

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