छात्र हांगकांग यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट admissions.hku.hk के माध्यम से विभिन्न यूजी पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
Saurabh Pandey | May 24, 2025 | 06:45 PM IST
नई दिल्ली : यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग कॉन्ग ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा के टॉप टैलेंट को "फुल-राइड स्कॉलरशिप" प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह छात्रवृत्ति विश्वविद्यालय में स्नातक (यूजी) कार्यक्रमों में भाग लेने वाले सीबीएसई के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले छात्रों के ट्यूशन, आवास और रहने के खर्च को कवर करेगी।
छात्र हांगकांग यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट admissions.hku.hk के माध्यम से विभिन्न यूजी पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले छात्र हांगकांग विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति और यूजी पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि विशेष रूप से, विश्वविद्यालय छात्रों को 49 देशों में 420 से अधिक एक्सचेंज पार्टनरशिप तक पहुंच प्रदान करेगा, साथ ही कैम्ब्रिज, यूबीसी, साइंसेज पो और कई अन्य के साथ डुअल डिग्री और सहयोगी कार्यक्रम भी प्रदान करेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्कॉलरशिप के लिए हांगकांग विश्वविद्यालय आमतौर पर 12वीं में कम से कम 90% स्कोर को टॉप कोर्स के लिए जरूरी है। इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी और कोर्स-स्पेसिफिक शर्तें भी पूरी करनी होंगी। इस स्कॉलरशिप का उद्देश्य भारत के टैलेंटेड छात्रों को इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और इंटरडिसिप्लिनरी पढ़ाई के लिए हांगकांग यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका देना है।
सीबीएसई की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है कि सीबीएसई एक राष्ट्रीय बोर्ड है। हर साल, इसके छात्र बड़ी संख्या में व्यावसायिक कॉलेजों में प्रवेश के लिए सभी राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाओं में चयनित होते हैं। ये छात्र न केवल व्यावसायिक कॉलेजों में बल्कि अपने व्यावसायिक और सामाजिक जीवन में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के साथ ही सीबीएसई ने योग्यता आधारित शिक्षा और मूल्यांकन पर अधिक जोर दिया है। संबद्ध विद्यालयों द्वारा दी जाने वाली गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और STEM तथा अन्य विषयों में हमारे विद्यार्थियों के प्रदर्शन के कारण विदेशों में स्थित उच्च शिक्षा संस्थान विद्यार्थियों को कई छूट और सहायता प्रदान कर रहे हैं। इन छूटों और सहायता के बारे में विद्यालयों को सूचित किया जा रहा है, जिससे कि वे इस जानकारी को विद्यार्थियों तक पहुंचा सकें, ताकि वे लाभान्वित हो सकें।