Press Trust of India | October 28, 2025 | 02:19 PM IST | 1 min read
मुख्यमंत्री धामी ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। 11 अक्टूबर को परीक्षा रद्द कर दी गई। आयोग ने 416 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी।
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देहारादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा के कथित पेपर लीक प्रकरण में मुकदमा दर्ज करते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी जांच शुरू कर दी है । अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि पिछले माह हुए इस प्रकरण के संबंध में सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर लिया है ।
इस संबंध में, उत्तराखंड के अपर पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, वी मुरुगेशन ने कहा कि राज्य पुलिस द्वारा इस मामले में अब तक की गयी जांच की रिपोर्ट तथा उससे जुड़े दस्तावेज सीबीआई को भेजे जा रहे हैं।
21 सितंबर को हुई सरकारी भर्ती परीक्षा के दौरान हरिद्वार के एक केंद्र से प्रश्नपत्र के 3 पन्ने लीक होने से हड़कंप मच गया। विरोध में अभ्यर्थियों ने आंदोलन छेड़ दिया, जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीबीआई जांच की सिफारिश की।
11 अक्टूबर को परीक्षा रद्द कर दी गई। 416 पदों के लिए एक लाख से ज़्यादा उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। मामले की जांच के लिए ऋषिकेश की पुलिस अधीक्षक (एसपी) जया बलूनी के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया था।
जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी खालिद मलिक ने कथित तौर पर मोबाइल फोन से प्रश्नपत्र के 3 पन्नों की फोटो खींचकर अपनी बहन साबिया को भेजी जिसने उनके उत्तर हासिल करने के लिए उन्हें टिहरी में तैनात एक सहायक प्रोफेसर सुमन को भेजा।
सुमन ने प्रश्नों के स्क्रीन शॉट एक अन्य व्यक्ति के साथ साझा किया जिसने इन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जिससे वे वायरल हो गए। एसआईटी ने खालिद और सबिया को गिरफ्तार कर लिया, जबकि सुमन समेत 4 अन्य को निलंबित किया है।