Press Trust of India | December 15, 2025 | 08:24 AM IST | 1 min read
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एसओजी) विशाल बंसल ने बताया कि मामले की जांच के तहत तीन प्रशिक्षु उपनिरीक्षक (एसआई) और एक 'डमी अभ्यर्थी' ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।

जयपुर: राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने 2021 में हुई उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में चार और लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन ट्रेनी एसआई कुणाल चौधरी, चूनाराम जाट व अशोक कुमार और एक ‘डमी अभ्यर्थी’ शामिल है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एसओजी) विशाल बंसल ने बताया कि मामले की जांच के तहत तीन प्रशिक्षु उपनिरीक्षक (एसआई) और एक प्रशिक्षु की जगह परीक्षा देने वाले 'डमी अभ्यर्थी' ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि जांच टीम ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के रिकॉर्ड का विस्तृत विश्लेषण किया जिसके बाद 10 प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों के रिकॉर्ड संदिग्ध पाए गए।
अधिकारी ने बताया कि इनमें से तीन के लिखित परीक्षा दस्तावेजों पर हस्तलेख और हस्ताक्षरों का मिलान एफएसएल से कराया गया और रिपोर्ट में स्पष्ट असमानता सामने आई जिसने यह प्रमाणित कर दिया कि तीनों ने अपनी जगह किसी ओर से परीक्षा दिलाई थी।
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उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान प्रशिक्षु उपनिरीक्षक कुणाल चौधरी, चूनाराम जाट और अशोक कुमार खिलेरी के तौर पर हुई है और इन तीनों को शनिवार को गिरफ्तार कर पुलिस अभिरक्षा पर लिया गया है।
इसके साथ ही प्रशिक्षु कुणाल चौधरी के स्थान पर लिखित परीक्षा देने वाले ‘डमी अभ्यर्थी’ अशोक कुमार खीचड़ को भी रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। वह इस समय ग्राम विकास अधिकारी (बज्जू) पद पर कार्यरत है।
बंसल ने बताया कि इस प्रकरण में अब तक कुल 137 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है जिनमें 63 प्रशिक्षु उपनिरीक्षक और छह चयनित उपनिरीक्षक शामिल हैं।