इस मामले की जांच में और पीटीआई भर्तियों को भी शामिल किया गया है। विभाग ने एसओजी से मिले मामलों पर मंथन शुरू कर दिया है।
Santosh Kumar | May 8, 2025 | 12:44 PM IST
नई दिल्ली: शिक्षा विभाग ने पिछले 5 सालों में हुई पीटीआई भर्तियों की जांच को लेकर कार्रवाई तेज कर दी है। विभाग अब 15 दिसंबर 2018 से 15 दिसंबर 2023 तक कार्यरत शारीरिक शिक्षकों (पीटीआई) के रिकॉर्ड की जांच करेगा। इस जांच में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा सामने आने पर संबंधित पीटीआई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हाल ही में विभाग ने धोखाधड़ी के आरोप में 134 पीटीआई को बर्खास्त कर दिया।
अब इस मामले की जांच में और पीटीआई भर्तियों को भी शामिल किया गया है। विभाग ने एसओजी से मिले मामलों पर मंथन शुरू कर दिया है। सोमवार को शिक्षा संकुल परिसर में शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल की अध्यक्षता में अहम बैठक हुई।
बैठक में उन अभ्यर्थियों पर फोकस रहा, जिन्होंने फर्जी दस्तावेज या अनुचित तरीकों से नौकरी प्राप्त की। साथ ही, पिछले पीटीआई भर्ती परीक्षाओं में नियमों का उल्लंघन करने वाले अभ्यर्थियों की जांच और कार्रवाई पर चर्चा की गई।
बैठक में दिव्यांगता प्रमाण पत्र, खेल प्रमाण पत्र एवं डिग्रियों के सत्यापन के लिए ऑनलाइन पोर्टल बनाने पर जोर दिया गया। बैठक में शिक्षा विभाग, युवा खेल विभाग, आरपीएससी, चयन बोर्ड सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
आरएसएसबी अध्यक्ष ने एक्स पर लिखा कि विभाग ने उनकी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए पीटीआई भर्ती की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि युवा फर्जी विश्वविद्यालयों और दलालों के जाल में फंसने की बजाय अपने बल पर आगे बढ़ेंगे।
शिक्षा विभाग ने पीटीआई भर्ती में कार्रवाई को लेकर 9 बिंदु तय किए हैं-