धर्मेंद्र प्रधान ने पीएम मोदी के पिछले दो कार्यकालों में भी केंद्रीय मंत्री के रूप में काम किया है, जिसमें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, शिक्षा और कौशल विकास जैसे विभागों को संभाला है।
Santosh Kumar | June 10, 2024 | 08:48 PM IST
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में धर्मेंद्र प्रधान ने शिक्षा मंत्रालय अपने पास बरकरार रखा है। रविवार (9 जून) को प्रधान ने अन्य कैबिनेट मंत्रियों के साथ केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली। इस तरह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में 30 कैबिनेट मंत्री और 5 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शामिल हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "मैं कृतज्ञ हूं, अभिभूत हूं! मुझे तीसरी बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल करने और पुनः मां भारती की सेवा का दायित्व देने के लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।"
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने और अमृत संकल्पों को पूरा करने के इस प्रयास में योगदान देना मेरा सौभाग्य है।
बता दें कि धर्मेंद्र प्रधान ने पीएम मोदी के पिछले दो कार्यकालों में भी केंद्रीय मंत्री के रूप में काम किया है, जिसमें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, शिक्षा और कौशल विकास जैसे विभागों को संभाला है। पहले कार्यकाल में, रमेश पोखरियाल ने 2014 से 7 जुलाई, 2021 को कैबिनेट फेरबदल होने तक शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
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शिक्षा मंत्री के रूप में धर्मेंद्र प्रधान ने अपने पोर्टफोलियो के दौरान, उन्हें नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन का काम सौंपा गया था। उन्होनें 1983 में एबीवीपी कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया और इसके सचिव चुने गए। उन्होंने बिहार में चुनाव प्रभारी और उत्तराखंड, कर्नाटक, ओडिशा और झारखंड में पार्टी मामलों के प्रभारी के रूप में भी काम किया।
बता दें कि शिक्षा मंत्रालय दो विभागों में विभाजित है - स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग और उच्च शिक्षा विभाग। स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा, वयस्क शिक्षा और साक्षरता का प्रबंधन करता है। विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, छात्रवृत्ति और अन्य संबंधित गतिविधियों का प्रबंधन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा किया जाता है।