Santosh Kumar | September 3, 2025 | 03:16 PM IST | 1 min read
एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 प्रक्रिया में भाग लेने वाले संस्थानों को डेटा जमा करने के लिए 31 जनवरी 2025 तक का समय दिया गया।
नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय द्वारा कल, 4 सितंबर, 2025 को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग 2025 जारी की जाएगी। देश के शीर्ष उच्च शिक्षण संस्थानों की एनआईआरएफ रैंकिंग आधिकारिक वेबसाइट nirfindia.org पर जारी की जाएगी। यह रैंकिंग विभिन्न मानदंडों के आधार पर भारत के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन करती है। एनआईआरएफ रैंकिंग का यह 10वां संस्करण होगा और इसमें कई नए बदलाव की उम्मीद है।
नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क 29 सितंबर 2015 को शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई थी। एनआईआरएफ रैंकिंग प्रणाली शिक्षण, अनुसंधान, स्नातक परिणाम, समावेशिता और संस्थानों की समग्र प्रतिष्ठा जैसे मानदंडों पर आधारित है।
इस वर्ष रैंकिंग में सस्टेनेबिलिटी को एक नई श्रेणी के रूप में शामिल किए जाने की संभावना है। इसके अलावा, शोध पत्रों को वापस लेने पर नकारात्मक अंकन जैसी नई नीतियां भी लागू की जा सकती हैं, जिससे रैंकिंग प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी हो जाएगी।
एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 16 विभिन्न श्रेणियों में संस्थानों का मूल्यांकन करेगी, जिनमें विश्वविद्यालय, कॉलेज, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, प्रबंधन, फार्मेसी, कानून, वास्तुकला, दंत चिकित्सा और नवाचार जैसी श्रेणियां शामिल हैं।
पिछले साल की तरह, इस साल भी आईआईटी मद्रास, दिल्ली और बॉम्बे जैसे संस्थानों के सूची में शीर्ष पर रहने की उम्मीद है। चिकित्सा श्रेणी में एम्स दिल्ली और प्रबंधन श्रेणी में आईआईएम अहमदाबाद का दबदबा बना रह सकता है।
इस वर्ष रैंकिंग की घोषणा में देरी मद्रास हाईकोर्ट द्वारा पारदर्शिता और डेटा सटीकता से संबंधित शिकायतों के बाद लगाए गए अस्थायी स्थगन आदेश के कारण हुई थी। हालांकि, अब रैंकिंग निर्धारित समय पर जारी की जा रही है।
एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 प्रक्रिया में भाग लेने वाले संस्थानों को डेटा जमा करने के लिए 31 जनवरी 2025 तक का समय दिया गया। घोषणा के बाद, छात्र और अभिभावक रैंकिंग की जांच के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।