Press Trust of India | October 8, 2024 | 11:03 AM IST | 2 mins read
मुंशी प्रेमचंद को शरतचंद्र चट्टोपाध्याय ने ‘उपन्यास सम्राट’ कहकर संबोधित किया था। प्रेमचंद्र का निधन 1936 में हुआ था।
नई दिल्ली: इतिहास में 8 अक्टूबर की तिथि हिंदी और उर्दू के महानतम लेखकों में शुमार मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि के तौर पर दर्ज है। प्रेमचंद ने हिंदी कहानी और उपन्यास की एक ऐसी परंपरा का विकास किया, जिसने पूरी सदी के साहित्य का मार्गदर्शन किया। प्रेमचंद का मूल नाम धनपत राय था।
‘कलम के जादूगर’ मुंशी प्रेमचंद का निधन 8 अक्टूबर 1936 को हुआ था। प्रेमचंद को शरतचंद्र चट्टोपाध्याय ने ‘उपन्यास सम्राट’ कहकर संबोधित किया था। साहित्य की यथार्थवादी परंपरा की नींव रखने वाले प्रेमचंद का लेखन हिंदी साहित्य की एक ऐसी विरासत है, जो हिंदी के विकास की यात्रा को संपूर्णता प्रदान करती है।
देश-दुनिया के इतिहास में आठ अक्टूबर की तिथि पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है: