एमपीपीएससी राज्य सेवा मुख्य परीक्षा राज्य भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। मुख्य परीक्षा एक पाली में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलेगी।
Santosh Kumar | March 11, 2024 | 09:08 AM IST
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) द्वारा एमपी राज्य सेवा परीक्षा (एसएसई) मुख्य 2023 आज यानी 11 मार्च से आयोजित की जाएगी। आयोग द्वारा जारी शेड्यूल के अनुसार परीक्षा 16 मार्च 2024 तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा से संबंधित एडमिट कार्ड एमपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट mppsc.mp.gov.in पर उपलब्ध है। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को एग्जाम में कुछ दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा।
एमपीपीएससी राज्य सेवा मुख्य परीक्षा राज्य भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। मुख्य परीक्षा एक पाली में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित की जाएगी। हालांकि आखिरी दिन की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही आयोजित की जाएगी।
एमपीपीएससी द्वारा मुख्य परीक्षा इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, रतलाम, सतना, सागर, शहडोल और बड़वानी शहरों में आयोजित की जाएगी। आयोग मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों के लिए साक्षात्कार आयोजित करेगा, इंटरव्यू राउंड 175 अंकों के लिए होगा।
Also readMPPSC Mains Admit Card 2023: एमपीपीएससी ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड किया जारी
एमपी राज्य सेवा परीक्षा (एसएसई) मुख्य 2023 परीक्षा में उपस्थित होने से पहले, उम्मीदवार को निम्नलिखित बिंदुओं से अवगत होना चाहिए जो इस प्रकार है-
परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवार ऐसे कपड़े चुनें जो मौसम के अनुकूल हों और आरामदायक हों, आकर्षक या असाधारण पोशाकों से दूर रहें। आयोग द्वारा जारी आधिकारिक निर्देशों के अनुसार, उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र पर जूते पहनने की अनुमति नहीं है। बेल्ट, क्लचर, कंगन और झुमके जैसी सहायक वस्तुएं भी प्रतिबंधित हैं।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इस परीक्षा के माध्यम से आठ विभागों में 229 रिक्त पदों को भरेगा। इनमें 27 डिप्टी कलेक्टर, 22 पुलिस उप अधीक्षक, 17 मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, 16 विकासखंड अधिकारी, 122 सहकारी निरीक्षक, 17 मुख्य नगर पालिका अधिकारी, तीन-तीन नायब तहसीलदार व आबकारी उप निरीक्षक शामिल हैं।
आयोग ने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर नजर रखने और परीक्षा में नकल रोकने के लिए हर जिले में एक-एक उड़नदस्ता टीम का गठन किया गया है, ये सभी टीमें शिक्षण संस्थानों पर नजर रखेंगी। इसके अलावा परीक्षा से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।