Santosh Kumar | January 23, 2025 | 10:55 PM IST | 2 mins read
प्रियंका गांधी ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "कोटा में एक ही दिन में दो बच्चों द्वारा आत्महत्या करने की खबर बेहद डरावनी और हृदय विदारक है।"
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राजस्थान के कोटा में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहे कुछ छात्रों की आत्महत्या पर आज (23 जनवरी) चिंता जताई और कहा कि सरकार को इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
गुजरात की नीट छात्रा और जेईई की कोचिंग ले रहे असम के एक छात्र ने 22 जनवरी को कोटा में दो घंटे के अंतराल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस वर्ष के पहले 22 दिनों में अब तक ऐसे 6 मामले सामने आ चुके हैं।
प्रियंका गांधी ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "कोटा में एक ही दिन में दो बच्चों द्वारा आत्महत्या करने की खबर बेहद डरावनी और हृदय विदारक है। यहां 3 सप्ताह के भीतर 5 छात्रों ने आत्महत्या कर ली है, यह बेहद चिंताजनक है।"
प्रियंका ने कहा कि अब समय आ गया है कि शिक्षण संस्थान, अभिभावक और सरकारें मिलकर सोचें और आत्मचिंतन करें कि ऐसा क्यों हो रहा है? उन्होंने पूछा, "क्या हमारे बच्चे इतने दबाव में हैं कि वे इसे झेल नहीं पा रहे हैं?"
उन्होंने कहा, "क्या छात्रों के लिए माहौल अनुकूल नहीं है?" सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। बच्चों के मनोविज्ञान, शिक्षा के तरीकों और पर्यावरण का गहन अध्ययन होना चाहिए और आवश्यक सुधार शुरू किए जाने चाहिए।"
बता दें कि गुजरात की नीट अभ्यर्थी अशफा शेख ने बुधवार सुबह कोटा के जवाहर नगर स्थित अपने पीजी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके दो घंटे बाद असम के जेईई अभ्यर्थी ने भी अपने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली।
इससे पहले 18 जनवरी को ओडिशा के 18 वर्षीय NEET छात्र ने राजस्थान के कोटा शहर में आत्महत्या कर ली थी। इसी तरह 7 जनवरी को हरियाणा के छात्र नीरज ने कथित तौर पर अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगा ली थी।