Saurabh Pandey | June 27, 2025 | 08:20 AM IST | 2 mins read
पहले, दूसरे और तीसरे चरण में डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन प्रदेश के सभी जनपदों में बने सहायता केन्द्रों पर किया जाएगा। अभ्यर्थी अपने जनपद में बने सहायता केन्द्रों से ही प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे।
नई दिल्ली : संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद (पॉलिटेक्निक), उत्तर प्रदेश की तरफ से यूपी पॉलिटेक्निक काउंसलिंग (जीकप) राउंड 1 के लिए चॉइस फिलिंग आज यानी 27 जून, 2025 से शुरू हो चुकी है। जिन उम्मीदवारों ने जीकप परीक्षा 2025 उत्तीर्ण की है, वे आधिकारिक वेबसाइट jeecup.admissions.nic.in के माध्यम से जीकप काउंसलिंग 2025 के लिए खुद को पंजीकृत कर सकते हैं।
यूपी पॉलिटेक्निक काउंसलिंग राउंड 1 के लिए चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया 2 जुलाई 2025 तक चलेगी, जबकि पहले राउंड का सीट आवंटन 3 जुलाई को होगा। सभी उम्मीदवारों के लिए पहले चरण के ऑनलाइन फ्रीज/फ्लोट विकल्प का चयन तथा उनके लॉगिन (ऑनलाइन) के माध्यम से सिक्योरिटी डिपॉजिट + काउंसलिंग शुल्क 4 जुलाई से 6 जुलाई तक कर सकते हैं।
पहले राउंड की काउंसलिंग के लिए जिला सहायता केंद्रों पर दस्तावेज सत्यापन (केवल फ्रीज उम्मीदवारों के लिए) 4 जुलाई से 7 जुलाई 2025 तक किया जाएगा, जबकि प्रवेशित सीट वापसी 8 जुलाई तक कर सकते हैं।
पहले, दूसरे और तीसरे चरण में डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन प्रदेश के सभी जनपदों में बने सहायता केन्द्रों पर किया जाएगा। अभ्यर्थी अपने जनपद में बने सहायता केन्द्रों से ही प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे। पहले तीन चरण केवल उत्तर प्रदेश राज्य के संयुक्त प्रदेश परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की काउंसलिंग तथा प्रवेश के लिए है। अन्य राज्य के अभ्यर्थी चौथे चरण की काउंसलिंग से भाग ले सकते हैं।
सीट आवंटन के बाद फ्लोट/फ्रीज विकल्प का चयन करना आवश्यक होगा। फ्लोट/फ्रीज विकल्प का चयन करने की दशा में अभ्यर्थी को निर्धारित सीट एक्सेप्टेन्स शुल्क एवं काउंसलिंग शुल्क 3000 रुपये सीट एक्सेप्टेन्स शुल्क एवं 250 रुपये काउंसलिंग शुल्क यानी कुल 3250 रुपये पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन जमा करना होगा।
पहले चरण में सीट आवंटन के बाद यदि कोई अभ्यर्थी फ्लोट विकल्प के चयन के बाद सिक्योरिटी कम काउंसलिंग शुल्क नहीं जमा करता है तो वह दूसरे और तीसरे चरण की काउंसलिंग के लिए पात्र नहीं होगा। इसी प्रकार फ्रीज विकल्प का चयन करने के बाद यदि अभ्यर्थी निर्धारित अवधि में डाक्यूमेन्ट वेरीफिकेशन नहीं कराता है अथवा निर्धारित अवधि में प्रवेश शुल्क जमा नहीं करता है तो वह दूसरे और तीसरे चरण की काउंसलिंग के लिए पात्र नहीं होगा। ऐसे अभ्यर्थी चौथे चरण में दोबारा काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं।