JEE Mains 29 Jan Shift 1 Analysis: जेईई मेन जनवरी 29 शिफ्ट 1 एनालिसिस; तीनों सेक्शन में फिजिक्स सबसे आसान रही
Abhay Pratap Singh | January 29, 2025 | 02:43 PM IST | 2 mins read
Toughest Shift Of JEE Mains 2025: 29 जनवरी, 2025 को सुबह की पाली में आयोजित जेईई मेन पेपर को कुल मिलाकर मध्यम से कठिन माना गया।
नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से सत्र 1 के लिए आज यानी परीक्षा के पांचवें दिन जेईई मेन जनवरी 29 शिफ्ट 1 (JEE 29 Jan Shift 1) एग्जाम सफलतापूर्वक समाप्त कर ली गई है। आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड की ओर से जेईई मेन जनवरी 29 शिफ्ट 1 एनालिसिस में तीनों सेक्शन में फिजिक्स को सबसे आसान बताया गया है।
जेईई मेन 2025 जनवरी 29 शिफ्ट 1 परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक तीन घंटे की अवधि के लिए आयोजित की गई थी। छात्रों की प्रतिक्रिया के आधार पर JEE 29th Jan Shift 1 पेपर को कठिनाई के स्तर में गणित > रसायन विज्ञान > भौतिकी के क्रम में क्रमबद्ध किया गया है।
आकाश एजुकेशनल के अनुसार, 29 जनवरी को सुबह की पाली में आयोजित जेईई मेन पेपर को कुल मिलाकर मध्यम से कठिन माना गया। तीनों सेक्शन में भौतिकी सबसे आसान, रसायन विज्ञान मध्यम, जबकि गणित लंबी गणनाओं के कारण सबसे चुनौतीपूर्ण और समय लेने वाला था। विभिन्न विषयों में प्रश्न सामान्यतः संतुलित थे।
JEE Mains 29 Shift 1: फिजिक्स सेक्शन
अधिकतर छात्रों को फिजिक्स सेक्शन आसान लगा, जिसमें कई थ्योरेटिकल प्रश्न थे। कक्षा 11 और 12 से लगभग समान वेटेज के प्रश्न थे। मैकेनिक्स, वेव्स और थर्मोडायनामिक्स को पर्याप्त रूप से कवर किया गया था, जबकि इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, ऑप्टिक्स और मैकेनिक्स की उपस्थिति मजबूत थी। वहीं, आधुनिक भौतिकी और चुंबकत्व में कम प्रश्न थे।
JEE 29 Jan Shift 1: केमिस्ट्री
केमिस्ट्री सेक्शन को आसान से मध्यम श्रेणी में रखा गया था। इसमें, लगभग सभी चैप्टर्स को कवर किया गया, जिसमें अकार्बनिक और कार्बनिक रसायन विज्ञान प्रमुख था, जबकि भौतिक रसायन विज्ञान में कम प्रश्न थे। ज्यादातर थ्योरेटिकल प्रश्न NCERT पर आधारित थे, जिससे छात्रों ने इस सेक्शन को जल्दी हल कर लिया।
JEE Main 29 Jan Shift 1: मैथमेटिक्स
मैथमेटिक्स सेक्शन मध्यम से कठिन था। अधिकतर चैप्टर्स में प्रश्न पूछे गए थे, जिसमें 3D, वेक्टर, द्विपद, शंकु अनुभाग, मैट्रिक्स और निर्धारक जैसे विषय प्रमुख थे। हालांकि, कैलकुलस में कम प्रश्न थे। कई प्रश्नों की लंबी और समय लेने वाली प्रकृति ने गणित को छात्रों के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण सेक्शन बना दिया।
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