जामिया के अधिकारियों के मुताबिक, इन विभागों के तहत कोई नया पाठ्यक्रम शुरू नहीं किया जाएगा। रजिस्ट्रार नाजिम जाफरी ने बताया कि हालांकि लॉ पाठ्यक्रम, दंत चिकित्सा पाठ्यक्रम और चिकित्सा विज्ञान पहले से ही विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम का हिस्सा थे।
Saurabh Pandey | March 14, 2024 | 01:36 PM IST
नई दिल्ली : जामिया मिलिया इस्लामिया ने तीन अतिरिक्त विभाग स्थापित किए हैं, जिससे विश्वविद्यालय में विभागों की कुल संख्या बढ़कर 48 हो गई है। इन नए विभागों में विधि संकाय के भीतर कानून विभाग, दंत चिकित्सा विज्ञान विभाग और चिकित्सा विज्ञान विभाग शामिल हैं। 13 मार्च के एक आधिकारिक आदेश में इन नए विभागों के निर्माण की घोषणा की गई, जिसमें भारत की राष्ट्रपति ने जामिया मिलिया इस्लामिया के विजिटर के रूप में मौजूदा कानून 20 में संशोधन/परिवर्धन के लिए मंजूरी दी।
जामिया के अधिकारियों के मुताबिक, इन विभागों के तहत कोई नया पाठ्यक्रम शुरू नहीं किया जाएगा। रजिस्ट्रार नाजिम जाफरी ने बताया कि हालांकि कानून पाठ्यक्रम, दंत चिकित्सा पाठ्यक्रम और चिकित्सा विज्ञान पहले से ही विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम का हिस्सा थे, लेकिन उनके लिए अलग से विभागों की कमी थी।
उन्होंने बताया कि हमारे पास पहले से ही फैकल्टी हैं, लेकिन कोई विभाग नहीं थे। इसलिए हमने नए विभाग बनाए हैं। यह पाठ्यक्रमों और विभागों को सुव्यवस्थित करने के लिए है। हमने कानून में संशोधन किया।
वर्तमान में विश्वविद्यालय में 48 विभाग और 11 संकाय हैं। प्रत्येक विभाग में संकाय सदस्य, शोधकर्ता, संकाय के डीन या संकायों के डीन, मानद प्रोफेसर (यदि कोई विभाग से जुड़े हों) और विभागीय सदस्य शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक विभाग का नेतृत्व एक विभागाध्यक्ष द्वारा किया जाता है, जिसे विश्वविद्यालय के कानून के अनुसार नियुक्त किया जाता है।
इस बीच, विश्वविद्यालय ने इस महीने की शुरुआत में बीटेक और एमटेक में कई नवीन स्व-वित्तपोषित कार्यक्रम भी लॉन्च किए। नए पाठ्यक्रमों में इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीटेक, इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक (वीएलएसआई डिजाइन और प्रौद्योगिकी), कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग (डेटा विज्ञान) में बीटेक और डेटा विज्ञान में एमटेक शामिल हैं। ये स्व-वित्तपोषित कार्यक्रम बीटेक के लिए 1,50,000 रुपये और एमटेक के लिए 54,000 रुपये के वार्षिक शुल्क के साथ पेश किए जाते हैं, और उम्मीदवार जामिया मिलिया इस्लामिया की आधिकारिक वेबसाइट- jmicoe.in पर आवेदन कर सकते हैं।
एसडीजी सम्मेलन के पहले दिन 6 मार्च को पहले सत्र में ‘मानव विकास और इसके वित्तपोषण’ विषय पर बहस होगी। वहीं, दूसरा सत्र ‘जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य और सतत विकास’ विषय पर केंद्रित होगा।
Abhay Pratap Singh