Press Trust of India | October 21, 2025 | 06:42 PM IST | 1 min read
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में सालाना आधार पर इंजीनियरिंग, तकनीकी और कृत्रिम मेधा (एआई) संबंधी पेशेवरों की मांग में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मुंबई: देश के सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र में कई सुस्त तिमाहियों के बाद नियुक्तियां वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में स्थिर रहीं। नए और मध्य-वरिष्ठ स्तर के पेशेवरों की भर्ती में उचित वृद्धि के बाद नियुक्ति के तरीके में सुधार इसकी मुख्य वजह रही।
एडेको इंडिया के निदेशक एवं ‘प्रोफेशनल स्टाफिंग’ के व्यावसायिक प्रमुख संकेत चेंगप्पा ने कहा कि प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा प्रमुख इंजीनियरिंग एवं तकनीकी संस्थानों में अपनी सेवाएं फिर से शुरू करने से वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही की तुलना में कैंपस भर्ती में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में सालाना आधार पर इंजीनियरिंग, तकनीकी और कृत्रिम मेधा (एआई) संबंधी पेशेवरों की मांग में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मानव संसाधन समाधान प्रदाता एडेको इंडिया (Adecco India) ने 21 अक्टूबर को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
संकेत चेंगप्पा ने आगे कहा कि अधिकतर कैंपस नियुक्तियां बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में की जा रही हैं। साथ ही कोयम्बटूर, उदयपुर, नागपुर, विशाखापत्तनम और इंदौर जैसे मझोले शहरों में भर्ती में 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष पनव कुमार प्रभाकर ने बताया कि मधुमेह (डायबिटीज) दुनिया की सबसे गंभीर दीर्घकालिक बीमारियों में से एक है, जो विश्वभर में करोड़ों लोगों को प्रभावित करती है।
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