प्रशिक्षण कार्यक्रम आईआईटी मंडी द्वारा 29 जनवरी 2024 से 29 फरवरी 2024 तक आयोजित किया गया। इसके तहत प्रतिभागियों को मशीन लर्निंग के व्यावहारिक ज्ञान के बारे में सिखाया गया।
Santosh Kumar | March 2, 2024 | 04:12 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी (आईआईटी मंडी) ने हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम (एचपीकेवीएन) के सहयोग से राज्य में 10वें कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस दौरान संस्थान ने युवाओं के साथ मशीन लर्निंग को लेकर अपने अनुभव साझा किए और राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए 54 युवाओं को मशीन लर्निंग का प्रशिक्षण दिया।
भारत में मशीन लर्निंग और एडवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मांग बढ़ रही है। इसी के चलते हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए हर वर्ष ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम इस बार 29 जनवरी 2024 से 29 फरवरी 2024 तक आयोजित किया गया। इसके अंतर्गत प्रतिभागियों को मशीन लर्निंग के व्यावहारिक ज्ञान और कौशल के बारे में सिखाया गया।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत में अब एमएल प्रोफेशनल्स के क्षेत्र में तेजी देखी जा रही है, जिसे देश के मजबूत आईटी और सॉफ्टवेयर सेवा क्षेत्र ने बढ़ावा दिया है। बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और दिल्ली-एनसीआर जैसे प्रमुख आईटी क्षेत्र एआई और एमएल नौकरी के अवसरों के केंद्र बन गए हैं।
भारत में एमएल पेशेवरों के लिए वेतन सीमा 3-6 लाख रुपये प्रति वर्ष है। ऐसे में आईआईटी मंडी हिमाचल के युवाओं को भविष्य के लिए सशक्त बना रहा है। कार्यक्रम में बोलते हुए, आईआईटी मंडी के प्रमुख तुषार जैन ने पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना की।
उन्होंने कहा कि IoT और रोबोटिक्स के साथ मशीन लर्निंग पर एक महीने के इन पाठ्यक्रमों ने कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित किया और इन उत्साही युवाओं की रोजगार क्षमता और आर्थिक संभावनाओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।