SkillScape 2024: आईआईटी मद्रास ने स्वयं प्लस राष्ट्रीय कार्यशाला - ‘स्किलस्केप 2024’ की मेजबानी की
Abhay Pratap Singh | September 3, 2024 | 02:51 PM IST | 2 mins read
वर्तमान में SWAYAM प्लस में एक लाख से अधिक पंजीकृत शिक्षार्थी और 55 उद्योग भागीदार हैं। लगभग 300 उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम हैं, जिनमें से 60 एनसीआरएफ पाठ्यक्रम हैं।
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT Madras) ने 2 सितंबर 2024 को परिसर में स्वयं प्लस राष्ट्रीय कार्यशाला – ‘स्किलस्केप 2024’ की मेजबानी की, जो ‘उच्च शिक्षा और कौशल के भविष्य को आगे बढ़ाने’ पर केंद्रित था। कार्यशाला में कौशल अंतर (skill gap) को दूर करने में प्रौद्योगिकी और साझेदारी की परिवर्तनकारी क्षमता का पता लगाया गया।
इस अवसर पर SWAYAM Plus पर कई नई पहलुओं की भी शुरुआत की गई। PAN-IIT फाउंडेशन, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और अन्य संगठनों के साथ समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिससे स्वयं प्लस पर कुल भागीदारों की संख्या 55 हो गई। इस दौरान शिक्षा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सुनील बर्णवाल, आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो वी कामकोटि और प्रो आर सारथी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
आईआईटी मद्रास ने आईआईटीएम प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज के साथ साझेदारी में स्वयं प्लस पर छह नए कौशल-आधारित पाठ्यक्रम शुरू किए हैं, जिन्हें संस्थान के विशेषज्ञों ने विकसित किया है। ये पाठ्यक्रम आईआईटी मद्रास द्वारा पेश किए जाएंगे और उद्योग ने इन कार्यक्रमों से निकलने वाले छात्रों की भर्ती में रुचि व्यक्त की है।
लॉन्च किए गए नए पाठ्यक्रमों में ‘उन्नत इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण’ एक एनसीआरएफ 4.5 स्तर का पाठ्यक्रम, ‘सीएनसी मशीनिंग’ - व्यावहारिक अनुभव के साथ बुनियादी सिद्धान, ‘व्यापक इलेक्ट्रॉनिक्स और एम्बेडेड सिस्टम’ एनसीआरएफ 4.5 स्तर का पाठ्यक्रम, ‘डिजिटल विनिर्माण अभ्यास’ एनसीआरएफ 4.5 स्तर और ‘स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग’ - फंडामेंटल शामिल हैं।
SWAYAM Plus शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार और आईआईटी मद्रास की एक संयुक्त पहल है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के अनुरूप रोजगार-केंद्रित, कौशल पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण चयनित क्षेत्रों में स्नातकों के बीच रोजगार योग्य कौशल का निर्माण करना है।
‘पहले दिन से ही नौकरी के लिए तैयार होना’ विषय पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें स्नातक कौशल के लिए उद्योग की अपेक्षाओं, छात्रों को कौशल प्रदान करने में विश्वविद्यालयों के सामने आने वाली चुनौतियों और संभावित समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
The themes of Skillscape 2024 include: स्किलस्केप 2024 के विषय
स्किलस्केप 2024 में शामिल किए गए विषयों को नीचे देख सकते हैं:
- उच्च शिक्षा संस्थानों में कौशल की आवश्यकता।
- कौशल विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका।
- HEI में कौशल के लिए उद्योग-अकादमिक भागीदारी।
- टियर II और III शहरों/ कस्बों तक पहुंचना।
स्वयं प्लस प्रोजेक्ट हेड व आईआईटी मद्रास के डीन (प्लानिंग) प्रोफेसर आर सारथी ने कहा, “ये पाठ्यक्रम उद्योग द्वारा प्रदान किए जाते हैं और इसलिए, सिस्टम में सभी को अगले स्तर तक जाने के लिए सशक्त बनाएंगे। अब इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार के शिक्षण के साथ हाइब्रिड मोड में पेश किया जा रहा है।”
अगली खबर
]IIT Bombay Placement 2024: आईआईटी बॉम्बे में 1475 छात्रों को मिला प्लेसमेंट, औसत वेतन पैकेज 23.50 लाख रुपये
संस्थान में प्लेसमेंट के लिए 543 कंपनियों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 388 ने भाग लिया और 364 ने ऑफर दिए। वहीं, आईआईटी बॉम्बे प्लेसमेंट के लिए 2,414 छात्रों ने पंजीकरण कराया था।
Abhay Pratap Singh | 2 mins readविशेष समाचार
]- VBSA Bill: लोकसभा ने 'विकसित भारत शिक्षा अधिष्ठान विधेयक' को संयुक्त समिति को भेजने की दी मंजूरी, जानें महत्व
- Govt in Lok Sabha: केवीएस में 10,173 पद रिक्त; 2014 से भर्ती और कॉन्ट्रैक्ट टीचरों का साल-वार विवरण जारी
- एसएमवीडीआईएमई में हिंदुओं के लिए आरक्षण और मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरण करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
- IIM Indore Admission Guidelines 2026-28: आईआईएम इंदौर ने पीजीपी एडमिशन गाइडलाइंस जारी की, पात्रता मानदंड जानें
- IIT Bombay News: महाराष्ट्र सरकार आईआईटी बॉम्बे का नाम बदलने के लिए केंद्र को लिखेगी पत्र, सीएम ने दी जानकारी
- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज