‘द इंटरनेशनल कांग्रेस ऑन थर्मल एनालिसिस एंड कैलोरिमेट्री’ (ICTAC) का आयोजन पहली बार भारत में किया जा रहा है।
Press Trust of India | September 2, 2024 | 03:20 PM IST
नई दिल्ली: आईआईटी मद्रास (IIT Madras) में कल यानी 3 सितंबर से थर्मल विश्लेषण पर वैश्विक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। दुनिया भर के 400 से अधिक वैज्ञानिक एक सप्ताह तक चलने वाले इस सम्मेलन के लिए चेन्नई में एकत्रित हुए हैं। ये वैज्ञानिक अध्ययन कर रहे हैं कि अंतरिक्ष यान के पुर्जे हों या खाद्य पदार्थ सामग्री, जब तापमान में बदलाव होता है तो इनमें किस तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास द्वारा इंटरनेशनल कंफेडरेशन फॉर थर्मल एनालिसिस एंड कैलोरिमेट्री, इंडियन थर्मोडायनामिक्स सोसाइटी अमृतसर, इंडियन कैमिकल सोसाइटी कोलकाता और इंडियन काउंसिल ऑफ कैमिस्ट आगरा के सहयोग से अपने परिसर में ‘द इंटरनेशनल कांग्रेस ऑन थर्मल एनालिसिस एंड कैलोरिमेट्री’ (आईसीटीएसी) का आयोजन किया जा रहा है।
‘इंडियन काउंसिल ऑफ कैमिस्ट’ एवं ‘नेशनल आर्गेनाइजेशन कमेटी’ के अध्यक्ष रंजीत वर्मा ने कहा, ‘‘यह सम्मेलन हमेशा यूरोप और अमेरिका में आयोजित किया जाता रहा है। पहली बार ‘द इंटरनेशनल कांग्रेस ऑन थर्मल एनालिसिस एंड कैलोरिमेट्री’ (ICTAC) का आयोजन भारत में किया जा रहा है।’’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘‘किसी भी उत्पाद को उपयोग के लिए उतारने से पहले उसके थर्मल विश्लेषण के प्रभाव को देखना आवश्यक है। चाहे वह अंतरिक्ष यान और विमान की बाहरी शीट हो या रक्षा में इस्तेमाल होने वाली संरचनात्मक सामग्री और विस्फोटक।
अगस्त 2024 में आईआईटी मद्रास, सड़क सुरक्षा उत्कृष्टता केंद्र (CoERS) ने मैसूर में कर्नाटक पुलिस के लिए ‘रूट कॉज एनालिसिस मैट्रिक्स का उपयोग करके संरचित दुर्घटना जांच प्रशिक्षण’ पर तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का उद्देश्य सड़क यातायात दुर्घटना जांच में सुधार करने में सहायता करना था।
आईआईटी मद्रास की अत्याधुनिक एनाटॉमी प्रयोगशाला को पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) से 16.5 करोड़ रुपये की सीएसआर फंड मिला है। यह लैब मेडिकल साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीएस डिग्री प्रोग्राम के छात्रों के लिए सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करेगी।