IIT Delhi और EXL एक्शन रिसर्च के माध्यम से 500 माइक्रो-लेवल महिला उद्यमियों को सशक्त बनाएगा

Abhay Pratap Singh | March 3, 2025 | 07:01 PM IST | 2 mins read

Women Entrepreneur: इस सहयोगात्मक प्रयास का परिणाम एक व्यापक पुस्तिका के निर्माण के रूप में सामने आया है, जिसे माइक्रो-लेवल की वुमन एंटरप्रेन्योर के लिए सेल्फ-लर्निंग गाइड के रूप में तैयार किया गया है।

इस कार्यशाला में 100 से अधिक महिला उद्यमियों ने भाग लिया।

नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (IIT Delhi) ने डेटा एनालिटिक्स एंड सॉल्यूशंस कंपनी ईएक्सएल (EXL) के सहयोग से पूरे उत्तर भारत में स्वयं सहायता समूहों (SHG) की 500 से अधिक महिला सदस्यों को सशक्त बनाने के लिए एक एक्शन रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसका उद्देश्य माइक्रो-लेवल की महिला उद्यमियों के बीच वित्तीय और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना है।

इस सहयोगात्मक प्रयास का परिणाम एक व्यापक पुस्तिका (Comprehensive Handbook) के निर्माण के रूप में सामने आया है, जिसे माइक्रो-लेवल की वुमन एंटरप्रेन्योर के लिए सेल्फ-लर्निंग गाइड के रूप में तैयार किया गया है। हैंडबुक का विमोचन मेकला चैतन्य प्रसाद (IAS), सत्यजीत गुप्ता (वीपी-2), मुस्कान जैन (सहायक वीपी), शीलकांत शर्मा (दिल्ली एसयूएलएम) और आईआईटी दिल्ली की, प्रो सीमा शर्मा एवं प्रो गौरव द्विवेदी द्वारा किया गया।

हैंडबुक लॉन्च के बाद आईआईटी दिल्ली में तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें प्रतिभागियों को डिजिटल अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ने के लिए व्यावहारिक कौशल और ज्ञान से लैस करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस कार्यशाला में 100 से अधिक महिला उद्यमियों ने भाग लिया।

ईएक्सएल के सीएसआर कार्यक्रम द्वारा वित्तपोषित यह परियोजना छह राज्यों (हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान) में क्रियान्वित की जा रही है। यह पहल 500 से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाएगी। राज्य और जिला स्तर पर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अधिकारी स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को संगठित करके कार्यशालाओं के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

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डीएसयूएलएम के मिशन निदेशक मेकला चैतन्य प्रसाद (आईएएस) ने कहा, “यह व्यापक मॉडल सुनिश्चित करता है कि महिला उद्यमियों को उभरते ई-कॉमर्स और डिजिटल व्यापार परिदृश्य में सफल होने के लिए आवश्यक आत्मविश्वास और संसाधन प्राप्त हों।”

सत्यजीत गुप्ता, वीपी-2, असिस्टेंट जनरल काउंसलर, भारत के कानूनी प्रमुख, ग्लोबल हेड ऑफ सीएसआर, एक्सल ने कहा, “महिलाओं को आवश्यक वित्तीय और डिजिटल कौशल के साथ सशक्त बनाकर, हम न केवल आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि भारत के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में भी योगदान दे रहे हैं।”

ईएक्सएल की ग्लोबल सीएसआर लीड की असिस्टेंट वीपी मुस्कान जैन ने कहा, “हमें इस प्रभावशाली पहल पर आईआईटी दिल्ली के साथ साझेदारी करने पर गर्व है।” वहीं, आईआईटी दिल्ली के प्रबंधन अध्ययन विभाग के को-पीआई प्रोफेसर गौरव द्विवेदी ने कहा, “यह पहल शिक्षा जगत, जमीनी स्तर के उद्यमियों और बाजार के बीच की अंतर को समाप्त करती है।”

परियोजना की प्रमुख अन्वेषक तथा आईआईटी दिल्ली के प्रबंधन अध्ययन विभाग की प्रोफेसर सीमा शर्मा ने इसकी परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर देते हुए कहा, “हमें विश्वास है कि यह सहयोगात्मक प्रयास एक व्यापक प्रभाव उत्पन्न करेगा, जिससे सम्पूर्ण भारत में महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण होगा।”

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