विश्वविद्यालय ने बताया कि छात्रों की प्रतिक्रिया काफी तेज रही और आवंटन सूची जारी होने के पहले दो घंटे के भीतर ही 27,533 छात्रों ने अपनी सीट स्वीकार कर ली।
Press Trust of India | July 21, 2025 | 10:56 AM IST
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) की स्नातक सीट आवंटन प्रक्रिया के पहले राउंड में 72,659 विद्यार्थियों ने आवंटित सीट स्वीकार कर ली है। विश्वविद्यालय ने यह जानकारी दी है। ये आंकड़े रविवार शाम 5:00 बजे ‘साझा सीट आवंटन प्रणाली-स्नातक’ (सीएसएएस-यूजी) की पहली सूची जारी होने के बाद रविवार रात 9 बजकर 40 मिनट तक पहले दौर के दाखिले की वास्तविक स्थिति दर्शाते हैं।
विश्वविद्यालय ने इस वर्ष 71,624 के मुकाबले 93,166 सीट का आवंटन किया है जिससे यह साफ है कि आगे कई बार सीट का पुनः आवंटन और आंतरिक बदलाव होंगे। ऐसा रुझान पिछले वर्षों में भी देखा गया है। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले वर्षों के रुझान और जरूरतों के आधार पर 93,000 से ज्यादा सीट आवंटित की गई हैं, क्योंकि कई छात्र अपनी सीट एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में बदलते हैं।’’
ये सभी सीट 69 कॉलेज में पढ़ाए जा रहे स्नातक के 79 पाठ्यक्रमों के लिए आवंटित की गई हैं जिसमें सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), सिख अल्पसंख्यक, दिव्यांग, कश्मीरी प्रवासी, इकलौती पुत्री संतान और अनाथ (लड़के और लड़कियां दोनों) जैसी अलग-अलग श्रेणियों को शामिल किया गया है।
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विश्वविद्यालय ने बताया कि श्रेणीवार आंकड़ों के तहत इकलौती पुत्री संतान श्रेणी में 1,325 सीट आवंटित की गईं, जबकि अनाथ अभ्यर्थियों को 259 सीट आवंटित की गई हैं जिनमें 127 छात्राएं और 132 छात्र हैं। विश्वविद्यालय ने यह भी बताया कि छात्रों की प्रतिक्रिया काफी तेज रही और आवंटन सूची जारी होने के पहले दो घंटे के भीतर ही 27,533 छात्रों ने अपनी सीट स्वीकार कर ली।
अभ्यर्थियों के लिए सीट स्वीकार करने की अंतिम तिथि 21 जुलाई शाम 4 बजकर 59 मिनट है, जिसके बाद 22 जुलाई तक कॉलेज स्तर पर सत्यापन और अनुमोदन होगा। पहले राउंड के तहत शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि 23 जुलाई है।
सीट आवंटन के दूसरे दौर की घोषणा 28 जुलाई को शाम पांच बजे की जाएगी, जबकि प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए शैक्षणिक सत्र एक अगस्त से शुरू होगा। विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ प्रदर्शन आधारित पाठ्यक्रमों जैसे हिंदुस्तानी संगीत, कर्नाटक संगीत, ताल वाद्य संगीत, शारीरिक शिक्षा आदि के लिए सीट का आवंटन तीसरे दौर में किया जाएगा।