Santosh Kumar | January 29, 2025 | 07:20 PM IST | 2 mins read
इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करना और उन्हें 15 फरवरी से शुरू होने वाली सैद्धांतिक परीक्षाओं की तैयारी में मदद करना है।
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 1 फरवरी से कक्षा 10वीं-12वीं के छात्रों के लिए अपनी वार्षिक साइको-सोशल काउंसलिंग शुरू करेगा। यह पहल परीक्षा अवधि के दौरान छात्रों की मदद करने के लिए की गई है। यह निःशुल्क सेवा छात्रों और अभिभावकों के लिए दो बार यानी परीक्षा के दौरान और परिणाम घोषित होने के बाद आयोजित की जाती है।
सीबीएसई काउंसलिंग का पहला चरण शैक्षणिक सत्र 2025 के लिए है, जो 4 अप्रैल तक चलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करना और उन्हें 15 फरवरी से शुरू होने वाली सैद्धांतिक परीक्षाओं की तैयारी में मदद करना है।
यह टोल-फ्री IVRS सेवा छात्रों के लिए 1800-11-8004 पर उपलब्ध है। छात्रों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों में 24 घंटे सहायता मिलेगी। इस सेवा के माध्यम से छात्रों को परीक्षा की तैयारी, तनाव और समय प्रबंधन से जुड़ी सलाह और अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब मिलेंगे।
इसमें प्रिंसिपल, काउंसलर, स्कूल स्पेशल एजुकेटर और मनोवैज्ञानिक जैसे 66 प्रशिक्षित पेशेवर छात्रों की मदद करेंगे। काउंसलिंग द्वारा सेवा सोमवार से शनिवार, सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक उपलब्ध रहेगी।
बता दें कि सीबीएसई की साइको-सोशल काउंसलिंग में शामिल 51 काउंसलर भारत में स्थित हैं, जबकि 15 काउंसलर नेपाल, जापान, कतर, ओमान और संयुक्त अरब अमीरात से शामिल होकर छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे।
छात्रों को तनाव प्रबंधन, तैयारी की रणनीति और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए द्विभाषी पॉडकास्ट और वीडियो संसाधन भी मिलेंगे। ये सभी सामग्री सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर उपलब्ध होगी।
बोर्ड ने अधिसूचना में छात्रों और उनके अभिभावकों को 2025 में आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए तनाव मुक्त और आत्मविश्वास से भरे दृष्टिकोण को सुनिश्चित करने के लिए इन संसाधनों का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया है।