सीबीएसई ने स्कूलों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए यह निरीक्षण किया ताकि सही और दैनिक कार्यप्रणाली का पता चल सके।
Santosh Kumar | September 3, 2024 | 03:31 PM IST
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 3 सितंबर को राजस्थान और दिल्ली के 27 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि बोर्ड से संबद्ध स्कूल नियमों और विनियमों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। सीबीएसई ने कहा कि निरीक्षण के निष्कर्षों की समीक्षा की जाएगी और नियमों का पालन न करने के मामलों में उचित कार्रवाई की जाएगी।
बोर्ड की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि निरीक्षण 27 टीमों द्वारा किया गया, जिसमें एक सीबीएसई अधिकारी और एक सीबीएसई से संबद्ध स्कूल के प्रिंसिपल शामिल थे। सीबीएसई ने कहा कि ये निरीक्षण सुनियोजित थे और सभी चयनित स्कूलों में एक साथ, एक ही समय पर किए गए।
सीबीएसई ने यह निरीक्षण स्कूलों की असली स्थिति जानने के लिए किया, ताकि सही और दैनिक कार्यप्रणाली का पता चल सके। बोर्ड ने कहा है कि वह शिक्षा में उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी स्कूलों से उम्मीद करता है कि वे इसके नियमों का पालन करें।
सीबीएसई ने निरीक्षण के परिणाम नहीं बताए हैं। बोर्ड ने कहा कि निरीक्षण के निष्कर्षों की समीक्षा की जाएगी और यदि कोई उल्लंघन पाया जाता है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। सीबीएसई ने यह भी कहा कि वह सख्त निगरानी बनाए रखेगा और भविष्य में भी इस तरह के औचक निरीक्षण करता रहेगा।
इस संबंध में सीबीएसई सचिव हिमांशु गुप्ता ने पीटीआई से कहा कि देशभर के सीबीएसई स्कूलों में औचक निरीक्षण किया गया ताकि पता लगाया जा सके कि वे बोर्ड के नियमों और मानकों का पालन कर रहे हैं या नहीं। इसमें पाया गया कि कुछ स्कूल फर्जी छात्रों, अयोग्य उम्मीदवारों को प्रस्तुत करने और रिकॉर्ड ठीक से नहीं रखने जैसी विभिन्न गलतफहमियां कर रहे थे।