Press Trust of India | September 15, 2025 | 08:33 AM IST | 1 min read
अभिभावकों का आरोप है कि दाखिले के समय 36 छात्रों से 2-2 लाख रुपए वसूले गए, जबकि उनमें से 18 को पंजीकरण और प्रवेश पत्र जारी नहीं किए गए।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में स्थित अमेठी इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल एंड साइंस द्वारा शुल्क लेने के बावजूद छात्राओं का पंजीकरण नहीं करने का मामला सामने आया है। अमेठी पुलिस ने छात्राओं और अभिभावकों से मिली शिकायत के बाद संस्थान के संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया है।
अमेठी थाने के प्रभारी निरीक्षक रवि सिंह ने 14 सितंबर को बताया कि ‘अमेठी इंस्टिट्यूट ऑफ पैरा मेडिकल एंड साइंस’ की कुछ छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई है कि संस्थान के संचालक प्रिंस आजम खां ने एएनएम कोर्स के नाम पर 36 छात्राओं से दो-दो लाख रुपए जमा कराए, मगर उनमें से 18 छात्राओं का न तो पंजीयन कराया और न ही उन्हें प्रवेश पत्र दिया गया जबकि सोमवार को परीक्षा है।
उन्होंने बताया कि छात्रा पूजा त्रिपाठी समेत सभी छात्राएं थाने में धरने पर बैठ गईं और संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इंसाफ दिलाए जाने की मांग की। प्रभारी निरीक्षक रवि सिंह ने बताया कि छात्राओं की शिकायत पत्र पर संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है तथा दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
अमेठी थाने के प्रभारी निरीक्षक रवि सिंह ने आगे बताया कि, फिलहाल हिरासत में लिए गए दो लोगों की पहचान गुप्त रखी गई है। अमेठी इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल एंड साइंस की छात्राओं और उनके अभिभावकों ने रविवार को संस्थान के निदेशक पर दो वर्षीय सहायक नर्स मिडवाइफरी (ANM) पाठ्यक्रम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।