Press Trust of India | December 12, 2025 | 03:39 PM IST | 1 min read
आयोग ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक ‘बेंचमार्क दिव्यांगता वाले’ अभ्यर्थी को आवेदन पत्र में बताई गई पसंद के परीक्षा केंद्र ही आवंटित किए जाएंगे।

नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने आधिकारिक बयान में कहा कि उसने सभी परीक्षाओं के लिए ‘बेंचमार्क’ दिव्यांगता (40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता) वाले अभ्यर्थियों को उनकी ‘पसंद का केंद्र’ आवंटित करने का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य परीक्षा केंद्रों तक उनके पहुंचने को सुगम करना है।
अभ्यर्थियों को आने-जाने में अक्सर होने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आयोग ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक ‘बेंचमार्क दिव्यांगता वाले’ (पीडब्ल्यूबीडी) अभ्यर्थी को आवेदन पत्र में बताई गई पसंद के परीक्षा केंद्र ही आवंटित किए जाएंगे।
यूपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 5 वर्षों के परीक्षा केंद्रों के आंकड़ों का विश्लेषण करने पर यह पाया गया कि दिल्ली, कटक, पटना, लखनऊ जैसे कुछ केंद्रों की क्षमता जल्दी पूरी हो जाती है क्योंकि वहां आवेदकों की संख्या अधिक होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था क्योंकि उन्हें फिर ऐसे केंद्र चुनने पड़ते थे जो उनके लिए सुविधाजनक नहीं होते। अब प्रत्येक पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थी को पसंद का केंद्र मिल सकेगा।
इस पहल को लागू करने के लिए आयोग ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र की मौजूदा क्षमता का उपयोग पहले पीडब्ल्यूबीडी और गैर-पीडब्ल्यूबीडी दोनों प्रकार के अभ्यर्थियों द्वारा किया जाएगा।
आयोग द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘‘जैसे ही किसी केंद्र की क्षमता पूरी हो जाएगी, वह केंद्र गैर-पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थियों के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा, लेकिन पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थी उस केंद्र को चुन सकेंगे। यूपीएससी फिर अतिरिक्त व्यवस्था करेगा ताकि किसी भी पीडब्ल्यूबीडी अभ्यर्थी को उसकी पसंद का केंद्र आवंटित करने से वंचित न किया जाए।’’