Press Trust of India | November 24, 2025 | 11:35 AM IST | 1 min read
गिरफ्तार आरोपी की पहचान शुभम सिंह (27) के रूप में हुई है। वह गाज़ीपुर जिले के जमनिया स्थित एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में लैब टेक्नीशियन के रूप में तैनात है।

भदोही: भदोही पुलिस ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर उत्तर प्रदेश के राजकीय एवं स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालयों में एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और कई अभ्यर्थियों से लाखों रुपये लेकर प्रवेश दिलाया गया था।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान शुभम सिंह (27) के रूप में हुई है। वह गाज़ीपुर जिले के जमनिया स्थित एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में लैब टेक्नीशियन के रूप में तैनात है। पुलिस ने उसे उस समय पकड़ा जब वह एक अभ्यर्थी से तय रकम लेने आया था।
उसके पास से 4 लाख 80 हज़ार रुपये नकद बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने दिव्यांशु वर्मा नामक छात्र के पिता से एमबीबीएस में प्रवेश के लिए 15 लाख रुपये का सौदा किया, जिसमें से रविवार को 5 लाख रुपये लेने आया था।
एसपी ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक की शिकायत पर जांच शुरू की गई थी। संदेह होने पर 9 छात्रों द्वारा वर्ष 2012–13 में दाखिले के समय लगाए गए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के प्रमाणपत्रों की जांच कराई गई, जिसमें सभी फर्जी साबित हुए।
जिला मजिस्ट्रेट की तहरीर के आधार पर इन 9 छात्रों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ के दौरान शुभम नामक एक छात्र ने स्वीकार किया कि वह जमनिया के स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर घनश्याम वर्मा के संपर्क में आया और उनके जरिए सौदा तय हुआ। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। गिरफ्तार आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा।
सीजी नीट पीजी काउंसलिंग 2025 के राउंड 1 के लिए रजिस्ट्रेशन, जो 13 नवंबर को शुरू हुआ, जिसे अब अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया है। सीजी डीएमई ने इस संबंध में आधिकारिक वेबसाइट cgdme.in पर अधिसूचना जारी की है।
Santosh Kumar