Press Trust of India | August 12, 2025 | 06:42 PM IST | 1 min read
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय परिषद (यूपी ओपन स्कूल बोर्ड) से फर्जी तरीके से पिछली तारीखों के अंकपत्र बनवाने का काम भी करता था।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने उच्च माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक की मार्कशीट में अवैध रूप से अंक बढ़ाकर छात्रों को उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश दिलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में यूपी एसटीएफ ने सरगना समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय परिषद (यूपी ओपन स्कूल बोर्ड) से फर्जी तरीके से पिछली तारीखों के अंकपत्र बनवाने का काम भी करता था।
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जितेंद्र सिंह (गिरोह सरगना), शिवकुमार और निखिल तोमर के रूप में हुई है, जो सभी मेरठ जिले के रहने वाले हैं।
बृजेश कुमार सिंह ने आगे बताया कि, आरोपियों के पास से कंप्यूटर, प्रिंटर, हार्डडिस्क, विभिन्न स्कूलों की मोहरें, उच्च माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं के फर्जी अंकपत्र, अन्य प्रमाणपत्र और एक कार बरामद की गई है।
Also readNovatr 25 अगस्त को “बीआईएम के साथ लागत, समय और संसाधन प्रबंधन” पर ऑनलाइन मास्टरक्लास आयोजित करेगा
उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे छात्रों से 10 हजार रुपये लेकर उनके अंकों में हेरफेर कर नया अंकपत्र उपलब्ध कराते थे। इसके अलावा, फर्जी स्थानांतरण प्रमाण पत्र बनाने के लिए तीन हजार रुपये और बिना परीक्षा दिए यूपी ओपन स्कूल बोर्ड से पिछली तारीख का अंकपत्र बनवाने के लिए 10 से 15 हजार रुपये वसूलते थे।
गिरोह का एक साथी लखनऊ में बैठकर अंकपत्र तैयार करता था, जिसे 10 से 15 दिनों में कूरियर के माध्यम से भेजा जाता था। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह गिरोह पिछले 10 वर्षों से इस धंधे में सक्रिय था। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना गंगानगर में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।