Press Trust of India | September 30, 2025 | 04:47 PM IST | 1 min read
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगस्त 2024 में विसंगतियां उस वक्त सामने आईं जब विभाग के पोर्टल पर एक समान ‘नाम, पिता के नाम और जन्मतिथि’ वाले कर्मचारियों को वेतन दिए जाने की पुष्टि हुई।
बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक फार्मासिस्ट समेत दो स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल करने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि फेफना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के अधीक्षक डॉ. बाबूलाल मंडल की शिकायत पर फार्मासिस्ट राम प्रताप सिंह के खिलाफ सोमवार देर रात फेफना थाने में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर सीएचसी में नियुक्ति हासिल करने का मामला दर्ज किया गया।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगस्त 2024 में विसंगतियां उस वक्त सामने आईं जब विभाग के पोर्टल पर एक समान ‘नाम, पिता के नाम और जन्मतिथि’ वाले कर्मचारियों को वेतन दिए जाने की पुष्टि हुई।
अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच के बाद महानिदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) ने 20 सितंबर को बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को सूचित किया कि फार्मासिस्ट राम प्रताप सिंह का नियुक्ति पत्र जाली है।
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उन्होंने बताया कि महानिदेशक ने स्पष्ट किया कि इसी नाम से असली फार्मासिस्ट वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अधीन नियुक्त किया गया था और वह मिर्जापुर जिले का रहने वाला है।
ऐसे ही एक अन्य मामले में बैरिया थाने की पुलिस ने मुरली छपरा सीएचसी की प्रभारी डॉक्टर देवनीति की शिकायत पर सीएचसी जयप्रकाश नगर के डाक सहायक सुधीर कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
उन पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति पाने का आरोप लगाया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि महानिदेशक के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए 2016 से कार्यरत दोनों कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। बैरिया के पुलिस क्षेत्राधिकारी मोहम्मद फहीम कुरैशी ने बताया कि दोनों मामलों की जांच की जा रही है।