केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के कार्यप्रणाली का अध्ययन करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।
Abhay Pratap Singh | June 21, 2024 | 07:39 AM IST
नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यूजीसी नेट 2024 का प्रश्न पत्र डार्कनेट पर लीक हो गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग - राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा पेपर लीक 2024 की जानकारी गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) द्वारा दिए गए थे।
यूजीसी नेट जून 2024 परीक्षा 18 जून को ओएमआर आधारित प्रारूप में जूनियर रिसर्च फेलो, असिस्टेंट प्रोफेसर और पीएचडी स्कॉलर्स के चयन के लिए आयोजित की गई थी। शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा समाप्त होने के एक दिन बाद ‘परीक्षा से समझौता’ होने का हवाला देते हुए रद्द कर दिया गया था। धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “Zero-error परीक्षा हमारी प्रतिबद्धता है।”
जून सत्र के लिए यूजीसी नेट परीक्षा 2024 में शामिल होने के लिए 11.21 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था। वहीं, इस परीक्षा में करीब 9.08 लाख अभ्यर्थी उपस्थित हुए थे। यूजीसी नेट जून सत्र 2024 एग्जाम 83 विषयों के लिए देश भर में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि, “डार्कनेट पर विशिष्ट प्रश्नपत्र मौजूद है। यह इनपुट गृह मंत्रालय के प्रतिष्ठित संगठन I4C द्वारा दिया गया है। जब हमने अपने मूल प्रश्नपत्र से इस दस्तावेज की तुलना की, तो हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि यह पेपर लीक का मामला है।”
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, “मैं यह नहीं कह सकता कि मैं आपके साथ एक अच्छी जानकारी साझा कर रहा हूं। हम जिम्मेदारी ले रहे हैं। हमें सिस्टम को सुधारना होगा। बहुत जल्द हम दोबारा परीक्षा की तिथियां घोषित करेंगे।” उन्होंने बताया कि एनटीए की कार्यप्रणाली का अध्ययन करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की जाएगी।
इससे पहले शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल ने बताया कि यूजीसी नेट 2024 की नई परीक्षा तिथि जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in और nta.ac.in पर घोषित की जाएंगी। बता दें कि, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) दिसंबर 2018 से UGC NET का आयोजन कर रही है। परीक्षा में पारदर्शिता की कमी के चलते परीक्षा एजेंसी की कड़ी आलोचना हुई।