Saurabh Pandey | December 15, 2025 | 11:41 AM IST | 2 mins read
परीक्षा पे चर्चा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे व्यापक अभियान 'एग्जाम वॉरियर्स' का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं के लिए तनावमुक्त वातावरण बनाना है।

नई दिल्ली : परीक्षा पे चर्चा (PPC) 2026 के 9वें संस्करण के लिए रजिस्ट्रेशन 1 दिसंबर शुरू हो गए हैं। यह कार्यक्रम छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए एक ऐसा मंच है, जहां वे सीधे प्रधानमंत्री के साथ परीक्षा के स्ट्रेस, करियर और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर संवाद कर सकते हैं।
pariksha pe charcha 2026 के लिए आवेदन करने की आखिरी तिथि 11 जनवरी तक है। इस कार्यक्रम के लिए अब तक कुल मिलाकर करीब 30 लाख छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के आवेदन आ चुके हैं। यह संख्या अभी और बड़ी होगी, जिस तरह से इस कार्यक्रम में शामिल होने का उत्साह देखा जा रहा है।
pariksha pe charcha कार्यक्रम हर साल छात्रों में परीक्षा के डर को कम करने और उन्हें ‘एग्जाम वॉरियर्स’ बनने के लिए प्रेरित करता है।
परीक्षा में चर्चा 2026 कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चयन की प्रक्रिया पारदर्शी और योग्यता आधारित होती है। इसमें ऑनलाइन प्रतियोगिता के जरिए चयन किया जाता है, जो MyGov पोर्टल पर आयोजित की जाती है।
कक्षा 6वीं से 12वीं तक के छात्र, साथ ही शिक्षक और अभिभावक इस बहुविकल्पीय प्रश्न प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। यह प्रतियोगिता पीएम मोदी से सीधे बातचीत का मौका देती है। परीक्षा पे चर्चा में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को एनसीईआरटी की तरफ से एक खास प्रमाण पत्र भी मिलता है।
परीक्षा में चर्चा 2026 कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थी अधिकतम 500 अक्षरों में प्रधानमंत्री को अपना प्रश्न भी भेज सकते हैं। माता-पिता और शिक्षक भी विशेष रूप से उनके लिए तैयार की गई ऑनलाइन गतिविधियों में भाग ले सकते हैं और अपनी प्रविष्टियां जमा कर सकते हैं।
परीक्षा में चर्चा 2026 के लिए आयोजित प्रतियोगिता विजेताओं को प्रधानमंत्री के साथ परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से भाग लेने का अवसर मिलेगा। प्रत्येक विजेता को विशेष रूप से तैयार किया गया प्रशंसा पत्र प्राप्त होगा।
परीक्षा पे चर्चा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे व्यापक अभियान 'एग्जाम वॉरियर्स' का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं के लिए तनावमुक्त वातावरण बनाना है। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन प्रयासों से प्रेरित है, जिनमें छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और समाज को एक साथ लाकर एक ऐसा वातावरण तैयार किया जाता है, जहां प्रत्येक बच्चे की अनूठी व्यक्तिगतता का सम्मान किया जाता है, उसे प्रोत्साहित किया जाता है और उसे पूरी तरह से अभिव्यक्त करने का अवसर दिया जाता है। इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अभूतपूर्व और बहुचर्चित पुस्तक 'एग्जाम वॉरियर्स' से प्रेरणा मिली है।