किताब से गोधरा दंगों का संदर्भ हटाने के बारे में बोलते हुए एनसीईआरटी निदेशक ने कहा, "अगर छात्र हिंसा और दंगों के बारे में पढ़ना चाहते हैं, तो अन्य जगहों पर कई अन्य पठन सामग्री उपलब्ध हैं।"
Santosh Kumar | June 17, 2024 | 05:12 PM IST
नई दिल्ली: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इनमें सबसे उल्लेखनीय बदलाव "बाबरी मस्जिद" नाम को हटाना है, जिसे अब नए संस्करण में "तीन गुंबद वाली संरचना" के रूप में संदर्भित किया गया है। इसके अतिरिक्त, अयोध्या पर अध्याय को चार पृष्ठों से घटाकर दो कर दिया गया है।
एनसीईआरटी ने गोधरा कांड और पीओके से संबंधित अध्यायों में भी बड़े बदलाव किए हैं। इंडिया टुडे से बात करते हुए एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा कि यह किताबों का भगवाकरण करने का प्रयास नहीं है। उन्होंने कहा, "जब हम किताबें प्रकाशित करते हैं तो हम किसी विचारधारा का पालन नहीं करते। विशेषज्ञों ने वही किया है जो उन्हें पाठ्यक्रम के लिए उपयुक्त लगा।"
किताब से बाबरी मस्जिद का संदर्भ हटाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हमने उस मामले में जो भी नवीनतम अपडेट है, उसके अनुसार काम किया है। सर्वोच्च न्यायालय ने अब इस मामले को सुलझा लिया है और नए प्रकाशित अंशों से यह पता चलता है।"
किताब से गोधरा दंगों का संदर्भ हटाने के बारे में बोलते हुए सकलानी ने कहा, "अगर छात्र हिंसा और दंगों के बारे में पढ़ना चाहते हैं, तो अन्य जगहों पर कई अन्य पठन सामग्री उपलब्ध हैं। हमें न केवल दोहराव को कम करना है, बल्कि यह भी देखना है कि आज क्या प्रासंगिक है।"
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अध्याय 1: राष्ट्र निर्माण की चुनौतियाँ, पृष्ठ 10 में पिछली किताब में कहा गया था कि सीमा के दोनों ओर से हजारों महिलाओं का अपहरण किया गया, उनका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया, उनका विवाह किया गया और उनके परिवारों द्वारा 'परिवार के सम्मान' के लिए उनकी हत्या कर दी गई। नए संस्करण में 'सीमा के दोनों ओर से' वाक्यांश को हटा दिया गया है और इसे और अधिक सामान्य बना दिया गया है।
अध्याय 3: नियोजित विकास की राजनीति, पृष्ठ 46 में पहले 'लेफ्ट' का मतलब था गरीबों का साथ देने वाले लोग और उनके फायदे के लिए सरकारी नीतियां। लेकिन अब के वर्जन में 'लेफ्ट' का मतलब बदल गया है। नई किताब में 'Left' उन्हें कहा गया है जो खुली प्रतिस्पर्धा की बजाय अर्थव्यवस्था पर सरकारी नियंत्रण चाहते हैं।
अध्याय 7: क्षेत्रीय आकांक्षा, पृष्ठ 119 में पिछली किताब में कहा गया था कि पाकिस्तान विवादित क्षेत्र को 'आजाद पाकिस्तान' कहता है, जबकि भारत इसे अवैध रूप से कब्जाया हुआ क्षेत्र मानता है। नए संस्करण में कहा गया है कि भारत इस क्षेत्र को पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) कहता है।
अध्याय 8: भारतीय राजनीति में हालिया घटनाक्रम, पृष्ठ 136 में पिछली किताब में राम जन्मभूमि आंदोलन और बाबरी मस्जिद विध्वंस के राजनीतिक इस्तेमाल पर सवाल उठाए गए थे। नए संस्करण में सिर्फ़ राम जन्मभूमि आंदोलन पर ही ध्यान केंद्रित किया गया है।
पिछली किताब में बाबरी मस्जिद के विध्वंस और भारतीय राजनीति पर इसके प्रभाव पर चर्चा की गई थी। नए संस्करण में राम जन्मभूमि मंदिर विवाद के भारतीय राजनीति पर पड़ने वाले असर के बारे में बताया गया है, जिसका नतीजा 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण है।
धर्मनिरपेक्षता, पृष्ठ 112 पर लिखा था कि गोधरा कांड के बाद 2002 में गुजरात में भड़के दंगों में 1,000 से ज़्यादा लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर मुसलमान थे। अब नई किताब में कहा गया है कि दंगों में 1,000 से ज़्यादा लोग मारे गए थे। इसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि किसी भी दंगे में सभी समुदायों के लोग पीड़ित होते हैं।
अध्याय 8- धर्मनिरपेक्षता, पृष्ठ 117 पर पहले लिखा था कि नेहरू ने बहुसंख्यक समुदाय की सांप्रदायिकता को राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा बताया था। नए संस्करण में राष्ट्रीय एकता का ज़िक्र हटा दिया गया है और सिर्फ नेहरू द्वारा सांप्रदायिकता की आलोचना पर ध्यान केंद्रित किया गया है।