Abhay Pratap Singh | February 15, 2024 | 04:03 PM IST | 1 min read
पटवारी भर्ती में धांधली का आरोप लगाते हुए प्रदेश भर में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था। जिसके बाद राज्य सरकार द्वारा जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने आयोजित ग्रुप-2, सब ग्रुप-4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के घोषित परिणाम के आधार पर उम्मीदवारों की नियुक्ति का आदेश जारी किया है। नोटिस में बताया गया कि नियुक्ति संबंधी कार्यवाही के आदेश सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा संबंधित विभागों को दिए गए हैं।
पटवारी भर्ती के लिए परीक्षाओं का आयोजन 15 मार्च से 26 अप्रैल 2023 तक किया गया। एमपी कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 30 जून 2023 को 8,617 चयनित उम्मीदवारों की मेरिट लिस्ट जारी की थी। पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए 12,07,963 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। जिसमें से 9,78,270 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे।
पटवारी भर्ती के लिए जारी मेरिट लिस्ट के 10 टॉपर में से 7 टॉपर का एग्जाम सेंटर एक ही कॉलेज में था। जिसके बाद अभ्यर्थियों ने पटवारी भर्ती में धांधली का आरोप लगाते हुए प्रदेश भर में प्रदर्शन शुरू कर दिया था। विरोध प्रदर्शन के बाद राज्य सरकार ने चयनित उम्मीदवारों की ज्वॉइनिंग पर रोक लगा दी थी।
पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद तत्कालीन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद अब जांच कमेटी ने पटवारी भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट दे दिया है। पटवारी भर्ती के लिए नवंबर 2022 में 9200 पदों के लिए अधिसूचना जारी की गई थी।
परीक्षा के लिए कुल 78 एग्जाम सेंटर बनाए गए थे। पटवारी भर्ती की जांच रिपोर्ट जस्टिस राजेंद्र वर्मा द्वारा सरकार को सौंपी गई है। यह जांच 8 महीने तक चली है। भोपाल, इंदौर, रीवा सहित अन्य संभागों के छात्रों ने जांच आयोग के दफ्तर में आकर जांच के दौरान अपना बयान दर्ज कराया था।