जेपीएससी सीएसई परीक्षा 2024 झारखंड के विभिन्न जिलों के 834 परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में आयोजित की गई थी। परीक्षा के बाद तीन जिलों जामताड़ा, चतरा और धनबाद में छात्रों ने पेपर लीक का आरोप लगाया।
Santosh Kumar | March 21, 2024 | 10:53 AM IST
नई दिल्ली: बीपीएससी टीआरई तीसरे चरण की परीक्षा रद्द होने के बाद अब जेपीएससी पेपर लीक मामला गरमाता जा रहा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी ने परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है और सीबीआई जांच की मांग की है। झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने 17 मार्च को सिविल सेवा के लिए प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा के बाद JPSC Paper Leak और अनियमितता का आरोप लगाते हुए राज्य के कुछ जिलों में हंगामा देखने को मिला।
आयोग द्वारा जेपीएससी सीएसई प्रारंभिक परीक्षा 2024 राज्य के 834 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि परीक्षा में शामिल हुए कई छात्रों ने उन्हें ई-मेल के जरिए परीक्षा में गड़बड़ी की जानकारी दी।
हालांकि, झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने JPSC Paper Leak 2024 से जुड़ी सभी खबरों को गलत ठहराया है और कहा है कि अफवाह जानबूझकर फैलाई जा रही है। आयोग की अध्यक्ष डॉ. मैरी नीलिमा केरकेट्टा ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर परीक्षा को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई करने को कहा है।
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मरांडी ने कहा कि परीक्षा के दौरान साजिश का मतलब है कि रिजल्ट में छेड़छाड़ कर सीटें बेचने की पूरी तैयारी की गई है। अध्यक्ष ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जेएसएससी सीजीएल के बाद JPSC CSE Exam 2024 में परीक्षार्थियों की शंका सच साबित हुई।
उन्होंने कहा कि चंपई सरकार झारखंड के युवाओं को नौकरी नहीं देना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी उनके साथ अन्याय नहीं होने देगी। राज्य के मुख्य सचिव को जल्द से जल्द जेपीएससी प्रारंभिक परीक्षा रद्द कर इसकी सीबीआई जांच कर सभी दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।