‘बिना स्किल के नौकरी बदलना अब करियर सफलता की गारंटी नहीं’ - उद्योग विशेषज्ञ

Abhay Pratap Singh | October 12, 2025 | 07:27 PM IST | 2 mins read

रिपोर्ट में कहा गया कि, भविष्य में करियर का विकास इस बात पर कम निर्भर करेगा कि आप कितनी बार नौकरी बदलते हैं, बल्कि इस बात पर ज्यादा निर्भर करेगा कि आप कितनी सक्रियता से सीखते रहते हैं।

यूएनआईवीओ एजुकेशन के सीईओ सिद्धार्थ बनर्जी ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा करियर विकास का केंद्र बन गई है। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)
यूएनआईवीओ एजुकेशन के सीईओ सिद्धार्थ बनर्जी ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा करियर विकास का केंद्र बन गई है। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)

नई दिल्ली: उद्योग विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बिना कौशल (Skill) के सिर्फ नौकरी बदलना अब करियर सफलता की गारंटी नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि नौकरी बदलने से भले ही कुछ समय के लिए वेतन में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन निरंतर सीखने और कौशल विकास के बिना पेशेवर ऐसे बाजार में पीछे रह सकते हैं, जहां प्रौद्योगिकियां भूमिकाओं की तुलना में कहीं तेजी से विकसित हो रही हैं।

यूएनआईवीओ एजुकेशन के सीईओ सिद्धार्थ बनर्जी ने कहा कि, “लगातर कौशल विकास कर्मचारियों को बदलती तकनीकों और बाजार की मांगों के साथ तालमेल बनाए रखते हुए अनुकूल, जिज्ञासु और प्रतिस्पर्धी बने रहने में सक्षम बनाता है। बाजार सर्वे ने बार-बार दिखाया है कि निरंतर सीखने से करियर के परिणाम सीधे तौर पर बेहतर होते हैं और उत्पादकता बढ़ती है।”

ऑनलाइन डिग्री -

बनर्जी ने आगे कहा कि, “ऐसे प्रोग्राम पढ़ाई और वास्तविक जरूरतों को जोड़ते हैं, जिससे पेशेवर तेजी से विकसित हो रहे तकनीकी माहौल के अनुरूप खुद को ढाल सकें।” उन्होंने कहा कि लचीलापन और सुगमता ऑनलाइन डिग्री को उन पेशेवरों के लिए आकर्षक बनाती है जो अपने करियर को प्रभावित किए बिना कौशल बढ़ाना चाहते हैं।

द इकोनॉमिक्स टाइम के अनुसार, “नियोक्ता अब केवल शैक्षणिक योग्यता पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, बल्कि ‘भूमिका-तैयारी’ पर जोर दे रहे हैं। जिसमें कर्मचारियों की बदलती जिम्मेदारियों के अनुसार खुद को ढालने की क्षमता शामिल है।” Enthral.ai की सह-संस्थापक और एमडी अस्मा शेख ने कहा कि इसके लिए निरंतर सीखने में निवेश करना आवश्यक है।

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अस्मा शेख ने आगे कहा, “लगातार कौशल विकास (Continuous upskilling) का मतलब यही है। यह एक बार में पूरी होने वाली ट्रेनिंग नहीं है, बल्कि निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। एआई (AI) कोचिंग को व्यक्तिगत सीखने की यात्रा में शामिल करने और काम के दौरान सीखने की सुविधा प्रदान करने से कर्मचारी जिज्ञासु, अनुकूल और प्रतिस्पर्धी बने रहते हैं।”

रिपोर्ट्स में कहा गया कि, भर्तीकर्ताओं का कहना है कि बार-बार नौकरी बदलने से कुछ समय के लिए कौशल की कमी छुप सकती है, लेकिन एआई, ऑटोमेशन और उभरती तकनीकों से प्रेरित बदलाव पुरानी क्षमताओं को जल्दी ही उजागर कर देते हैं। कोडक जैसी कंपनी, जो डिजिटल फोटोग्राफी को अपनाने में नाकाम रहीं, अब लोगों के लिए भी एक चेतावनी है।

अध्ययनों से पता चला है कि जिन कंपनियों में मजबूत सीखने की संस्कृति (learning culture) है, वहां उत्पादकता में 52% की वृद्धि देखी गई है, जबकि जिन संगठनों के पास व्यवस्थित कौशल विकास (structured upskilling) रणनीतियां हैं, वे प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना 46% अधिक रखते हैं।

करियर का विकास -

रिपोर्ट्स में कहा गया कि, भविष्य में करियर का विकास इस बात पर कम निर्भर करेगा कि आप कितनी बार नौकरी बदलते हैं, बल्कि इस बात पर ज़्यादा निर्भर करेगा कि आप कितनी सक्रियता से सीखते रहते हैं। जो कर्मचारी पूरी तरह से नौकरी बदलने पर निर्भर हैं, उन्हें कम समय के लिए लाभ मिल सकता है, लेकिन अगर वे उद्योग की जरूरतों के साथ तालमेल बिठाने में विफल रहते हैं, तो उनके करियर में ठहराव का खतरा हो सकता है।

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