अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस 11 फरवरी को हर साल मनाया जाता है, वर्ष 2015 में हुई थी शुरुआत
Abhay Pratap Singh | February 10, 2024 | 12:56 PM IST | 1 min read
वर्ष 2024 के लिए महिलाओं और लड़कियों का अंतरराष्ट्रीय दिवस का थीम "विज्ञान नेतृत्व में महिलाएं और लड़कियां, स्थिरता का एक नया युग" रखा गया है।
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस हर साल 11 फरवरी को मनाया जाता है। इस वर्ष विज्ञान सभा में महिलाओं और लड़कियों का 9वां अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र द्वारा विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए इसकी शुरुआत की गई थी।
विज्ञान सभा में महिलाओं और लड़कियों के 9वें अंतरराष्ट्रीय दिवस का मुख्य विषय "विज्ञान नेतृत्व में महिलाएं और लड़कियां, स्थिरता का एक नया युग" और उपविषय "विज्ञान के बारे में सोचें...शांति के बारे में सोचें" है। वहीं, 'इनोवेट, दिखाना, ऊपर उठाएं, एडवांस (आईडीईए): सतत और समान विकास के लिए आगे लाना' पिछले साल का थीम था।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि साइंस असेंबली सतत विकास के तीन स्तंभों को प्राप्त करने में महिला नेतृत्व पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के विज्ञान लीडर व विशेषज्ञों, उच्च-स्तरीय सरकारी अधिकारियों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और निजी क्षेत्र की महिलाओं को एक साथ लाएगी। बता दें, साल 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 फरवरी को विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों का अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया था।
महिलाओं की स्थिति को देखते हुए 14 मार्च 2011 को आयोग ने अपने 55वें सत्र में एक रिपोर्ट शामिल किया, जिसमें शिक्षा, प्रशिक्षण और विज्ञान व प्रौद्योगिकी में महिलाओं और लड़कियों की पहुंच, भागीदारी पर सहमत और महिलाओं की समान पहुंच को बढ़ावा देना शामिल था।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 दिसंबर 2013 को विकास के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार पर एक प्रस्ताव अपनाया, जिसमें यह माना गया कि लैंगिक समानता हासिल करने व सशक्तिकरण के लिए सभी उम्र की महिलाओं और लड़कियों की विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में समान पहुंच और भागीदारी अनिवार्य है।
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