आईआईटी दिल्ली के अबू धाबी परिसर में स्नातक छात्रों का चयन जेईई एडवांस परीक्षा और सीएईटी के माध्यम से किया गया।
Abhay Pratap Singh | September 3, 2024 | 08:34 AM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (IIT Delhi) के अबू धाबी परिसर का आधिकारिक रूप से अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद ने उद्घाटन किया। आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी परिसर के पहले बैच में 52 छात्रों को प्रवेश मिला है, ये छात्र कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के साथ ऊर्जा इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल करेंगे।
शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी कैंपस में एडमिशन लेने वाले स्नातक छात्रों के पहले बैच का स्वागत किया। स्नातक छात्रों का चयन जेईई एडवांस परीक्षा और हाल ही में बनाए गए कंबाइंड एडमिशन एंट्रेंस टेस्ट (सीएईटी) के माध्यम से किया गया, जो अंतरराष्ट्रीय आवेदकों के लिए तैयार किया गया था।
उद्घाटन समारोह में क्राउन प्रिंस शेख खालिद के साथ संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर, आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर डॉ. रंगन बनर्जी और अमीराती गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।
उद्घाटन स्नातक वर्ग में भारतीय, अमीराती और अंतरराष्ट्रीय छात्रों का एक विविध समूह शामिल है। स्नातक कार्यक्रमों से पहले आईआईटी दिल्ली - अबू धाबी ने जनवरी 2024 में ऊर्जा संक्रमण और स्थिरता में अपना पहला मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (एमटेक) कार्यक्रम शुरू किया था। एमटेक के प्रथम समूह को इस वर्ष फरवरी में प्रधानमंत्री मोदी की अबू धाबी यात्रा के दौरान उनसे मिलने का अवसर मिला था।
उद्घाटन के दौरान आईआईटी दिल्ली ने मोहम्मद बिन जायद यूनिवर्सिटी ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (MBZUAI), खलीफा यूनिवर्सिटी, जायद यूनिवर्सिटी और सोरबोन यूनिवर्सिटी-अबू धाबी के साथ कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इन सहयोगों का उद्देश्य अबू धाबी के शैक्षणिक और अनुसंधान परिदृश्य को बढ़ाने, नवीन अनुसंधान और स्थानीय स्टार्टअप का समर्थन करने वाली साझेदारी को बढ़ावा देना है।
यूएई में आईआईटी परिसर की स्थापना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान द्वारा फरवरी 2022 में लॉन्च किए गए विजन डॉक्यूमेंट का एक प्रमुख परिणाम है, जो भारत-यूएई संबंधों को नए सहयोगी क्षेत्रों में विस्तारित करने के लिए एक रोडमैप की रूपरेखा तैयार करता है।
भारत के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भारत-यूएई संबंधों को मजबूत करने में आईआईटी दिल्ली अबू धाबी परिसर के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी परिसर भारत-यूएई मैत्री का प्रतीक है, जो पारस्परिक और वैश्विक समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए ज्ञान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के हमारे साझा दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह भारत की शिक्षा प्रणाली के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए पीएम मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।”