उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत आपके योगदान, आपके नए दृष्टिकोण और आपके नवीन विचारों का उत्सुकता से इंतजार करता है। अपने आप पर और अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें।
Abhay Pratap Singh | February 20, 2024 | 02:56 PM IST
नई दिल्ली: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के दीक्षांत समारोह में 3.08 लाख डिग्री, डिप्लोमा और प्रमाण पत्र विद्यार्थियों को वितरित किया गया। कार्यक्रम के दौरान मेधावी छात्रों को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा सम्मानित भी किया गया। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप उच्च शिक्षा में समानता, समावेशिता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की सराहना भी की।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने आज यानी 20 फरवरी को अपना 37वां दीक्षांत समारोह बाबा साहेब अंबेडकर कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इग्नू के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति ने देश को विकसित राष्ट्र बनाने में युवाओं से अपनी भूमिका निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि अपने व्यक्तित्व को अपनाएं, अपने जुनून को आगे बढ़ाएं और अपनी शर्तों पर सफलता को फिर से परिभाषित करें। उन्होंने कहा कि भारत एक मोड़ पर है और इग्नू के छात्र जो अपनी डिग्री प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें पारंपरिक रास्तों को छोड़कर स्टार्टअप संस्कृति को अपनाना चाहिए।
बताया गया कि जिन छात्रों ने इग्नू में दिसंबर 2022 और जून 2023 टर्म एंड एग्जामिनेशन (टीईई) में अपना पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है, उन्हें दीक्षांत समारोह में सर्टिफिकेट वितरण किया गया है। इग्नू दीक्षांत समारोह का लाइव प्रसारण ज्ञान दर्शन चैनल और इग्नू द्वारा प्रबंधित उच्च शिक्षा के लिए स्वयंप्रभा चैनल पर किया गया। इसके अलावा इग्नू के फेसबुक पेज के माध्यम से भी दीक्षांत कार्यक्रम को लाइव स्ट्रीम किया गया।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने संबोधन में कहा कि, “दोस्तों, आप एक रोमांचक समय में युवा अवस्था में कदम रखने के लिए भाग्यशाली हैं, हमारा अमृतकाल जहां सभी प्रकार की आशा और संभावनाएं हैं। यहां एक ऐसा इकोसिस्टम मौजूद है, जो आपकी प्रतिभा को तलाशने और आपकी आकांक्षाओं को साकार करने के लिए उपयुक्त है।”
इस दौरान इग्नू के कुलपति प्रोफेसर नागेश्वर राव ने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता व्यावसायिक और कौशल आधारित शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार, भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने और आईसीटी-सक्षम शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों तक फैली हुई है। इग्नू उच्च शिक्षा तक पहुंच प्रदान करने के अपने मिशन में अटल रहा है, जिससे समावेशन के माध्यम से हमारे समाज में समानता को बढ़ावा मिलता है।