Press Trust of India | October 17, 2025 | 08:27 AM IST | 1 min read
पीटीआई भाषा से बात करते हुए राज्य के राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि स्टाफ उपस्थिति रजिस्टर खाली रखा गया था।
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के मंत्री जगत सिंह नेगी ने 16 अक्टूबर को चंबा जिले के पांगी के उप-मंडल मजिस्ट्रेट को एक स्थानीय स्कूल के शिक्षकों के खिलाफ जांच शुरू करने और उन्हें निलंबित करने का आदेश दिया। मंत्री के औचक निरीक्षण के दौरान शिक्षकों को अनुपस्थित पाया गया था।
राज्य के राजस्व एवं बागवानी मंत्री का काफिला सौर पंचायत से सुदूर पांगी क्षेत्र के मिंधल की ओर जा रहा था, तभी थांदल गांव के स्थानीय लोगों ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने स्कूल स्टाफ के अक्सर अनुपस्थित रहने की शिकायत की।
उनकी शिकायत सुनने के बाद नेगी ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया और पाया कि स्कूल का मुख्य द्वार और सभी कमरे बंद थे तथा छात्र परिसर के बाहर खड़े थे। मंत्री ने बताया कि पांच में से केवल एक शिक्षक और एक मल्टी-टास्क वर्कर ही मौजूद थे।
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इसके अलावा, स्कूल प्रभारी, जिसके पास चाबियां थीं, भी अनुपस्थित था। नेगी ने कुछ देर इंतजार किया और सुबह 10 बजे के बाद उन्होंने ताले तुड़वाए और बच्चों को स्कूल में दाखिल करवाया। मंत्री ने बच्चों से बातचीत की और उनसे शिक्षकों की अनुपस्थिति के बारे में पूछा।
पीटीआई भाषा से बात करते हुए नेगी ने बताया कि स्टाफ उपस्थिति रजिस्टर खाली रखा गया था। उन्होंने बताया कि एसडीएम, जो रेजिडेंट कमिश्नर भी हैं, को मामले की जांच करने और दोषी शिक्षकों को निलंबित करने का निर्देश दिया गया है।
मंत्री द्वारा ताले तुड़वाते हुए, स्कूली बच्चों से बातचीत करते हुए तथा अधिकारियों से शिक्षकों के बारे में पूछते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया है।