GC Scholarship: भारत के 8, मिडिल ईस्ट के 2 छात्रों को मिली 1 करोड़ रुपये की ग्लोबल सिटीजन स्कॉलरशिप

ग्लोबल स्कूल्स ग्रुप के अकादमिक निदेशक, प्रमोद त्रिपाठी ने कहा कि हम भविष्य के लीडरशिप में निवेश कर रहे हैं। ऐसे छात्र जिनमें दूरदर्शिता, प्रेरणा और न केवल अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता है, बल्कि समाज में सार्थक योगदान भी है।

यह जीसीएस कार्यक्रम का 18वां संस्करण था। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)
यह जीसीएस कार्यक्रम का 18वां संस्करण था। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)

Press Trust of India | July 10, 2025 | 06:54 PM IST

नई दिल्ली : भारत के आठ और मिडिल ईस्ट के दो स्कूली छात्रों को एक करोड़ रुपये की ग्लोबल सिटीजन स्कॉलरशिप मिली है, जिससे वे सिंगापुर में कक्षा 11 और 12 की पढ़ाई कर सकेंगे। यह स्कॉलरशिप सीनियर सेकंडरी शिक्षा के वर्षों के लिए ट्यूशन फीस, बोर्डिंग और रहने के खर्च का 100 प्रतिशत वहन करती है, जिससे छात्र सिंगापुर के जीआईआईएस स्मार्ट कैंपस में रह सकेंगे।

ग्लोबल सिटीजन स्कॉलरशिप कुल निवेश दो वर्षों के लिए प्रति छात्र 1 करोड़ रुपये है। यह छात्रों के सपनों को सशक्त बनाती है। ग्लोबल स्कूल्स ग्रुप के अकादमिक निदेशक, प्रमोद त्रिपाठी ने कहा कि हम भविष्य के लीडरशिप में निवेश कर रहे हैं। ऐसे छात्र जिनमें दूरदर्शिता, प्रेरणा और न केवल अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता है, बल्कि समाज में सार्थक योगदान भी है। हमें उन युवा माइंड्स का समर्थन करने पर गर्व है जो वैश्विक स्तर पर सोचने और उद्देश्यपूर्ण तरीके से कार्य करने का साहस रखते हैं।

छात्रों के लिए सम्मान समारोह आयोजित

ग्लोबल इंडियन इंटरनेशनल स्कूल (GIIS) ने ग्लोबल सिटीजन स्कॉलरशिप (GCS) जीतने वाले छात्रों का सम्मान करने के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया। यह जीसीएस कार्यक्रम का 18वां संस्करण था। इस वर्ष के ग्रुप में 10 छात्र शामिल हैं, जिनमें से आठ भारत से और दो मध्य पूर्व से हैं, जिन्हें उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों, नेतृत्व क्षमता और उत्कृष्टता के प्रति समर्पण के लिए सम्मानित किया गया है।

छात्रवृत्ति के लिए चयन

इस छात्रवृत्ति प्रतियोगिता में एक बहु-चरणीय मूल्यांकन प्रक्रिया शामिल है, जो न केवल शैक्षणिक प्रदर्शन, बल्कि नेतृत्व क्षमता, सामुदायिक जुड़ाव, समस्या-समाधान स्किल और सकारात्मक बदलाव लाने के प्रति समर्पण का भी आंकलन करती है।

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छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाली छात्रा ने कहा-

छात्रवृत्ति प्राप्तकर्ताओं में से एक, असम के मोरन टाउन की निष्ठा निर्मिता महंत ने छात्रवृत्ति के प्रभाव पर विचार करते हुए कहा कि इस अवसर ने मेरे जीवन की दिशा बदल दी है। यह एक प्रतिष्ठित संस्थान में अध्ययन करने से कहीं अधिक है; यह एक वैश्विक समुदाय का हिस्सा होने के बारे में है जो हमें बड़े सपने देखने, ऊंचे लक्ष्य रखने और अच्छी सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

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