छात्र ने सीजेआई को लिखे पत्र में कहा, “दिल्ली सरकार और एमसीडी की उदासीनता के कारण हर साल जलभराव होने के चलते छात्र नारकीय जीवन जी रहे हैं।’’
Press Trust of India | July 29, 2024 | 08:06 PM IST
नई दिल्ली: सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी) की तैयारी कर रहे एक छात्र ने दिल्ली में कोचिंग सेंटर घटना पर कार्रवाई की मांग को लेकर भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा। हाल ही में, राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हुई थी।
छात्र अविनाश दुबे ने शीर्ष अदालत से राष्ट्रीय राजधानी में कोचिंग के गढ़ राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर में जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान तलाशने का अधिकारियों को निर्देश देने का भी आग्रह किया।
दुबे ने कहा कि, “दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की उदासीनता के कारण हर साल जलभराव होने के चलते इन क्षेत्रों में रहने वाले छात्र नारकीय जीवन जी रहे हैं।’’
यूपीएससी अभ्यर्थी अविनाश दुबे ने अपने पत्र में कहा कि एमसीडी की लापरवाही के कारण राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर जैसे इलाके कई वर्षों से जलभराव की समस्या का सामना कर रहे हैं। बता दें, ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेट में जलभराव से दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हुई है।
सीजेआई चंद्रचूड़ को लिखे गए पत्र में कहा गया कि,‘‘नालियों के जाम होने के कारण पानी घरों के अंदर तक पहुंच जाता है। हमें सड़क पर घुटनों तक जमा नाले के पानी में चलना पड़ता है। दिल्ली सरकार और नगर निगम की उदासीनता के कारण छात्र नारकीय जीवन जी रहे हैं।’’
छात्र ने अपने पत्र में राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर में हुई छात्रों की मौत को ‘वास्तव में परेशान करने वाला’ बताया और कहा ‘‘मैं आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि तीन छात्रों की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें और हमारे मौलिक अधिकारों की रक्षा करें।’’
उन्होंने शीर्ष अदालत से जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान खोजने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाने को लेकर अधिकारियों को निर्देश जारी करने का भी अनुरोध किया। इससे पहले, छात्र संगठन एसएफआई ने भी राव आईएएस स्टडी सर्किल हादसे के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।