आप सरकार में वित्त मंत्री आतिशी ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 76,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। इसमें शिक्षा,स्वास्थ्य सहित क्षेत्रों के लिए पैसा जारी किया गया है।
Saurabh Pandey | March 4, 2024 | 02:55 PM IST
नई दिल्ली : दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने साल 2024-25 का बजट विधानसभा में पेश किया है। आप सरकार में वित्त मंत्री आतिशी ने बजट पेश करते हुए कहा कि यह गौरव की बात है कि अरविंद केजरीवाल सरकार अपना दसवां बजट पेश कर रही है। मैं सिर्फ 10वां बजट नहीं, बल्कि बदलती दिल्ली की तस्वीर पेश कर रही हूं।
दिल्ली सरकार ने इस साल बजट में शिक्षा के लिए 16, 396 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसमें 190 करोड़ रुपये क्लासरूमों के निर्माण के लिए, इसके अलावा 100 करोड़ रुपये एससीईआरटी टीचर ट्रेनिंग के लिए निर्धारित किए गए हैं। वहीं, 42 करोड़ रुपये अंबेडकर स्कूल ऑफ एक्सिलेंस के लिए निर्धारित हैं।
दिल्ली बजट 2024 अपने पहले भाषण के दौरान, आतिशी ने कहा कि आज मैं न केवल केजरीवाल सरकार का 10वां बजट पेश कर रही हूं, बल्कि पिछले दस वर्षों में दिल्ली की बदलती तस्वीर भी पेश करूंगी। दिल्ली सरकार ने 2015 में शिक्षा बजट दोगुना कर दिया था और एक चौथाई खर्च शिक्षा क्षेत्र पर किया था। पिछले साल शिक्षा क्षेत्र को 16,575 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 2,121 छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर की राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट), संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य (जेईई मेन 2024) पास की है। उन्होंने कहा कि 76,000 करोड़ रुपये के इस बजट में केंद्रीय करों में हिस्सेदारी के रूप में एक पैसा भी नहीं मिलेगा। अब तक यह होता था कि अमीर परिवार का बच्चा अमीर होगा और गरीब परिवार का बच्चा गरीब होगा लेकिन यह 'राम राज्य' की अवधारणा के बिल्कुल विपरीत था। केजरीवाल सरकार ने इसे बदल दिया है।
वित्त मंत्री ने बजट पेश करते समय कहा कि केजरीवाल सरकार ने गरीब बच्चों को भी विश्वस्तरीय शिक्षा देने के लिए School Of Specialised Excellence की शुरुआत की है। आज दिल्ली में 38 कैंपस हैं। इन स्कूलों में 6,000 सीटों में एडमिशन के लिए 1,40,000 बच्चों ने आवेदन किया है। इसके अलावा Armed Forces Preparatory School, Delhi Sports School और Delhi Model Virtual School भी है। ये गर्व की बात है कि Armed Forced Preparatory school के पहले ही बैच के 76 बच्चों में से 32 बच्चों ने यूपीएससी द्वारा आयोजित एनडीए की लिखित परीक्षा को पास किया है।
वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि टिन टप्पर वाले स्कूल अब टैलेंट स्कूल बन चुके हैं। आजादी से लेकर 2014/15 तक की सरकारों में सरकारी स्कूलों में केवल 24,000 कमरे मिल पाए बच्चों को। लेकिन, सिर्फ 9 साल में, 22,711 नए कमरे बनाए हैं। स्कूलों में काया पलट हुआ है, प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ा है।
पिछले 8 साल से दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से अच्छा आ रहा है। पिछले 3 साल में 4 लाख से ज्यादा बच्चों ने प्राइवेट स्कूल छोड़ कर सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है।