यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि आयोग द्वारा गठित विशेषज्ञों की समिति ने परीक्षा की समीक्षा की और कई बदलावों का सुझाव दिया है।
Press Trust of India | December 10, 2024 | 07:16 PM IST
नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा है कि 2025 से सीयूईटी यूजी (यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट-अंडरग्रेजुएट) केवल कंप्यूटर आधारित परीक्षा के रूप में आयोजित किया जाएगा। साथ ही, छात्रों को किसी भी विषय में प्रवेश परीक्षा देने की अनुमति होगी, भले ही उन्होंने 12वीं कक्षा में उस विषय का अध्ययन न किया हो।
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि आयोग द्वारा गठित विशेषज्ञों की समिति ने परीक्षा की समीक्षा की और कई बदलावों का सुझाव दिया। पिछले साल की तुलना में 2025 से परीक्षा का तरीका सीबीटी मोड में होगा।
कुमार ने बताया कि विषयों की संख्या 63 से घटाकर 37 कर दी गई है। हटाए गए विषयों में प्रवेश सामान्य योग्यता परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर होगा। उन्होंने कहा, "छात्रों को ऐसे विषय चुनने की भी अनुमति होगी जो उन्होंने कक्षा 12 में नहीं पढ़े थे।"
उन्होंने कहा कि इससे छात्रों को उच्च शिक्षा में कठोर विषय सीमाओं को पार करने का अवसर मिलेगा। बदलावों के बारे में बताते हुए कुमार ने कहा कि छात्र अब छह के बजाय अधिकतम पांच विषयों में सीयूईटी-यूजी ले सकेंगे।
यूजीसी चेयरमैन ने कहा, "पहले परीक्षा की अवधि 45 मिनट से 60 मिनट तक थी, जिसे अब सभी विषयों के लिए 60 मिनट कर दिया गया है। इसके अलावा परीक्षा में वैकल्पिक प्रश्नों की अवधारणा भी खत्म कर दी गई है और अब सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे।"
आयोग इस अभियान के माध्यम से कुल 1701 पदों को भरेगा। जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है, वे एसएससीकी आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर एसएससी जेई रिक्ति 2024 सूची देख सकते हैं।
Santosh Kumar