Press Trust of India | August 8, 2025 | 03:47 PM IST | 1 min read
जांच में 42 शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा सामने आया है, अन्य नियुक्तियों की जांच जारी है। 42 शिक्षकों का वेतन भुगतान रोक दिया गया है।
बलिया: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में समाज कल्याण विभाग से अनुदान प्राप्त विद्यालयों में 42 शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति के मामले में कुल 86 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार (8 अगस्त) को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, मऊ के तीन पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारियों, तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, चार खंड शिक्षा अधिकारियों, समाज कल्याण विभाग के तीन पर्यवेक्षकों/सहायकों, सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों के 42 शिक्षकों, 19 प्रबंधकों और 14 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि 42 आरोपी शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है। मऊ कोतवाली में पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, तीन पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारियों और 72 अन्य नामजद व 14 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
जिला समाज कल्याण अधिकारी रश्मि मिश्रा की तहरीर पर तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारियों बलदेव त्रिपाठी, जितेंद्र सिंह एवं विमला राय सहित 72 लोगों के विरुद्ध नामजद हैं।
पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है। रश्मि मिश्रा ने बताया कि मऊ जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुदान प्राप्त और निजी प्रबंध तंत्र द्वारा संचालित विद्यालयों में 2014 के बाद कुल 70 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है।
उन्होंने बताया कि जांच में 42 शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा सामने आया है। अन्य नियुक्तियों की जांच अभी जारी है। 42 शिक्षकों का वेतन भुगतान रोक दिया गया है और फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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Santosh Kumar