बीपीएससी ने बिहार शिक्षा विभाग या अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के तहत पुरुषों और महिलाओं के लिए +2 स्कूलों में हेड मास्टर के 6061 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। पात्र उम्मीदवार अब आवेदन कर सकते हैं।
Saurabh Pandey | March 11, 2024 | 02:02 PM IST
नई दिल्ली : शिक्षा विभाग तथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग बिहार की तरफ से राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की भर्ती की जा रही है। इन रिक्तियों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया आज यानी 11 मार्च से आधिकारिक वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर शुरू हो गई है। आवेदन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख 2 अप्रैल तक है।
सभी अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन भरते समय सभी डॉक्यूमेंट्स को पीडीएफ फॉर्मेट में अपलोड करना होगा। आवेदन पत्र एवं दस्तावेजों की हार्ड कॉपी को आयोग कार्यालय पर भेजने की आवश्यकता नहीं है। ऑनलाइन आवेदन पत्र में भरी गई जानकारी का मिलान करते समय गड़बड़ी मिलने के बाद उम्मीदवार का आवेदन रद्द कर दिया जाएगा।
बिहार हेड मास्टर भर्ती 2024 सामान्य कैटेगरी के अभ्यर्थियों को 750 रुपये का आवेदन शुल्क जमा करना होगा। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, सभी आरक्षित, अनारक्षित महिला उम्मीदवारों और दिव्यांगों के लिए आवेदन शुल्क 200 रुपये है। अन्य सभी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 750 रुपये होगा। उम्मीदवार इस बात का ध्यान रखें कि आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यमों से ही करना होगा।
बिहार शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रधानाध्यापक के 6061 पदों पर भर्ती की जानी है। रिक्तियों का विवरण कैटेगरी वाइज नीचे देख सकते हैं-
अनारक्षित वर्ग - 1340 पद
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग - 576 पद
अनुसूचित जाति - 1283 पद
अनुसूचित जनजाति - 128 पद
अत्यंत पिछड़ा वर्ग - 1595 पद
पिछड़ा वर्ग - 1139 पद
बिहार प्रधानाध्यापक भर्ती 2024 पात्र अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 31 वर्ष और अधिकतम आयु 47 वर्ष निर्धारित की गई है। जबकि पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के महिला और पुरुष उम्मीदवारों की आयु सीमा 50 वर्ष है।
बीपीएससी हेड मास्टर भर्ती 2024 लिखित परीक्षा वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय आधारित होगी। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। कुल 150 प्रश्न दो भाग में पूछे जाएंगे। भाग एक में 100 प्रश्न होंगे, जबकि भाग 2 में 50 प्रश्न होंगे। इसके लिए कुल 2 घंटे 30 मिनट का समय मिलेगा। गलत उत्तर के लिए कोई भी नेगेटिव अंक नहीं काटा जाएगा। लिखित परीक्षा के लिए कोई पुनर्मूल्यांकन का प्रावधान नहीं है।
किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक होना चाहिए। कुछ श्रेणियों जैसे एससी/एसटी/ईबीसी/बीसी/दिव्यांग/महिला और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए 5% की छूट दी जाएगी। 'आलिम' और शास्त्री जैसी कुछ डिग्रियां भी स्नातक के समकक्ष मानी जाती हैं। बीएड./बीए एड./बीएससी एड./ जैसे शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों को पूरा किया होना चाहिए। कुछ संस्थानों में बेसिक ग्रेड शिक्षक के रूप में कम से कम 8 वर्ष का नियमित शिक्षण अनुभव भी जरूरी है।