Bamboo 4 Bangalore: बेंगलुरु के एक स्कूल में छात्रों के लिए बनवाई गई बांस की साइकिलें
Abhay Pratap Singh | November 29, 2024 | 05:14 PM IST | 2 mins read
Bamboo Bicycles: बैम्बू 4 बेंगलुरु कार्यक्रम में बांस से बने प्रदर्शनों के साथ एक बैम्बू गैलरी, एक बांस शिखर सम्मेलन और बांस विशेषज्ञों द्वारा एक पैनल चर्चा होगी।
नई दिल्ली: बेंगलुरु के वरथुर स्थित द ग्रीन स्कूल बेंगलुरू (TGBS) ने ‘बैम्बू 4 बेंगलुरू’ कार्यक्रम के तहत अपने विद्यार्थियों के लिए बांस की साइकिलें बनवाई हैं। तीन दिवसीय ‘बैम्बू 4 बेंगलुरु’ पहल का उद्घाटन कर्नाटक सरकार के वन, पर्यावरण और पारिस्थितिकी विभाग के माननीय मंत्री ईश्वर खांडरे ने किया।
इस दौरान मंत्री ईश्वर खांडरे ने स्कूल परिसर में टीजीएसबी के कक्षा 8 और 9 के छात्रों के साथ बांस की साइकिल चलाई। स्कूल की इस पहल की सराहना करते हुए खांडरे ने कहा कि यह छात्रों को प्रकृति के करीब लाने का एक बेहतरीन तरीका है।
बैम्बू 4 बैंगलोर कार्यक्रम के 3 दिनों में बांस से बने प्रदर्शनों के साथ एक बैम्बू गैलरी, एक बांस शिखर सम्मेलन और पूर्व मुख्य वन संरक्षक व भारतीय बांस सोसायटी के अध्यक्ष पुनाती श्रीधर जैसे विशेषज्ञ पैनलिस्टों के नेतृत्व में बांस विशेषज्ञों द्वारा एक पैनल चर्चा होगी। पैनल चर्चा का संचालन स्कूल प्रमुख मंजू चक्रवर्ती द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।
उद्घाटन अवसर पर छात्रों और अभिभावकों सहित सभी प्रतिभागियों को बांस के पौधे वितरित किए गए। प्रत्येक प्राप्तकर्ता को अपने आवासीय क्षेत्रों या जरूरत वाले अन्य स्थानों पर बांस लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस पहल का उद्देश्य समुदाय के भीतर बांस की खेती और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना है। यह हर किसी को हरित स्थानों में योगदान करने का व्यावहारिक अवसर प्रदान करता है।
टीजीएसबी की संस्थापक व प्रिंसिपल उषा अय्यर ने बताया कि, “बांस में बहुत अधिक तन्य शक्ति होती है और बांस की साइकिलें 20 से 30 साल तक चल सकती हैं। भारत के पहले शून्य कार्बन स्कूल के रूप में, हमने यह पर्यावरण-अनुकूल पहल की और बांस की इको-फ्रेंडली इनिशिएटिव (व्यवहार्यता) का पता लगाने के लिए बांस से बनी लगभग 6 साइकिलें बनाईं।”
कार्यक्रम के दौरान शरत बच्चेगौड़ा, विधायक, होसकोटे एवं अध्यक्ष, केओनिक्स लिमिटेड, पुनाति श्रीधर, आईएफएस (सेवानिवृत्त), अध्यक्ष, बांस सोसाइटी ऑफ इंडिया एवं पूर्व पीसीसीएफ (एचओएफएफ) सहित अन्य गणमान्य शामिल थे। अधिक जानकारी के लिए बैम्बू 4 बेंगलुरु की वेबसाइट www.bamboo4Bengaluru.org पर विजिट कर सकते हैं।
अगली खबर
]कर्नाटक में राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री को बनाया गया विश्वविद्यालय का कुलाधिपति, भाजपा ने की आलोचना
कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री एच के पाटिल ने बृहस्पतिवार को सरकार के कदम का बचाव करते हुए कहा था, ‘‘यह प्रणाली गुजरात और अरुणाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में मौजूद है।’’
Press Trust of India | 2 mins readविशेष समाचार
]- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज
- Nobel Prize in Physics 2025: जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को मिला भौतिकी का नोबेल प्राइज
- CAT 2025: कैट परीक्षा 30 नवंबर को 3 पाली में; 2 महीने में कैसे करें तैयारी? जानें एग्जाम पैटर्न, चयन प्रक्रिया
- UP News: यूपी में वजीफा से वंचित 5 लाख से अधिक छात्रों को दिवाली से पहले मिलेगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी ने कहा
- NIRF Ranking 2025: यूनिवर्सिटी श्रेणी में डीयू 5वें स्थान पर, टॉप 20 में दिल्ली विश्वविद्यालय के 10 कॉलेज
- NIRF MBA Ranking 2025: आईआईएम अहमदाबाद शीर्ष पर बरकरार, आईआईएम लखनऊ की टॉप 5 में वापसी, देखें लिस्ट